सीएम फडणवीस, उद्धव ठाकरे (pic credit; social media)
Maharashtra Politics: महाराष्ट्र की राजनीति में एशिया कप के भारत-पाकिस्तान मैच को लेकर एक बार फिर गरमाहट बढ़ गई है। शिवसेना (यूबीटी) अध्यक्ष उद्धव ठाकरे के बयान ने राजनीतिक सियासत में हलचल पैदा कर दी है। उद्धव ठाकरे ने पाकिस्तान के साथ क्रिकेट मैच की अनुमति पर बीजेपी की आलोचना करते हुए आरोप लगाया कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के बेटे और आईसीसी अध्यक्ष जय शाह के इशारे पर यह मैच खेला जा रहा है।
ठाकरे ने सवाल उठाया कि देश में कई लोग कबूतरों, कुत्तों और हाथियों के लिए सड़क पर उतरते हैं, लेकिन पहलगाम के पीड़ितों के लिए सहानुभूति कहाँ है।
उद्धव ने कहा, “प्रधानमंत्री ने कहा था कि खून और पानी साथ-साथ नहीं बह सकते। रक्षा मंत्री कहते हैं कि ऑपरेशन सिंदूर अभी भी जारी है। फिर पाकिस्तान के साथ भारतीय क्रिकेट टीम को खेलने की इजाजत कैसे दे सकते हैं?” उनके इस बयान ने राजनीतिक गलियारों में हलचल मचा दी है।
मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि देश और जनता की भावनाओं को ध्यान में रखते हुए ही किसी भी फैसले की जरूरत है। फडणवीस ने सीधे उद्धव ठाकरे पर निशाना साधते हुए कहा कि कुछ लोग राजनीति में भावनाओं का खेल खेलते हैं और इसे केवल सियासी लाभ के लिए भड़काते हैं।
बीजेपी विधायक राम कदम ने भी उद्धव ठाकरे के बयान पर कड़ी प्रतिक्रिया दी। कदम ने कहा, “पाकिस्तानी खिलाड़ियों को अपने घर मटन खिलाने वाले उद्धव ठाकरे ऑपरेशन सिंदूर का मजाक उड़ा रहे हैं। एक दिन देश उनका मजाक उड़ा देगा।” उनके बयान ने राजनीतिक गर्माहट और बढ़ा दी है और केंद्र एवं राज्य की सियासत में नई बहस को जन्म दिया है।
इस विवाद ने जनता और सोशल मीडिया पर भी बहस छेड़ दी है। लोग इस मामले पर अलग-अलग राय रख रहे हैं। कुछ लोग ठाकरे के बयान से सहमत हैं और मानते हैं कि भावनाओं का ध्यान रखना चाहिए, जबकि कई लोग फडणवीस और बीजेपी के पक्ष में खड़े होकर मानते हैं कि क्रिकेट और खेल को राजनीतिक मुद्दा नहीं बनाना चाहिए।
राज्य और केंद्र की राजनीतिक लड़ाई अब और तेज होने की संभावना है। एशिया कप का यह विवाद केवल खेल तक सीमित नहीं रह गया है, बल्कि राजनीतिक मोर्चों पर भी बहस और तनाव बढ़ा रहा है।