PM मोदी, जेपी नड्डा मांगे माफी। (सौजन्यः सोशल मीडिया)
मुंबई: कांग्रेस की महाराष्ट्र इकाई के अध्यक्ष हर्षवर्धन सपकाल ने शुक्रवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और भाजपा अध्यक्ष जे पी नड्डा को ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद, मध्यप्रदेश के मंत्रियों द्वारा की गई टिप्पणियों के लिए सार्वजनिक रूप से माफी मांगनी चाहिए। सपकाल ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की शानदार सफलता भारतीय सशस्त्र बलों की है और पूरे देश को इस वीरतापूर्ण उपलब्धि पर गर्व है।
सपकाल ने कहा कि भाजपा के कुछ नेता जानबूझकर भारतीय सेना का अपमान करने वाले बयान दे रहे हैं। मध्यप्रदेश के मंत्री विजय शाह की टिप्पणी के बाद, राज्य के उपमुख्यमंत्री जगदीश देवड़ा ने भी अपमानजनक बयान दिया है। देवड़ा ने शुक्रवार को मध्यप्रदेश के जबलपुर में नागरिक सुरक्षा स्वयंसेवकों के समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि पहलगाम आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान को मुंहतोड़ जवाब देने के लिए देश, सेना और सैनिक प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के चरणों में नतमस्तक हैं।
तो वहीं, इस सप्ताह की शुरुआत में कर्नल सोफिया कुरैशी के बारे में की गई टिप्पणी के कारण शाह को भी आलोचना का सामना करना पड़ा है। कर्नल कुरैशी ‘ऑपरेशन सिंदूर’ का विवरण नई दिल्ली में आयोजित प्रेस वार्ता में विंग कमांडर व्योमिका सिंह के साथ मिलकर साझा करती थीं। कांग्रेस नेता ने मांग की कि प्रधानमंत्री मोदी और पार्टी अध्यक्ष नड्डा दोनों नेताओं द्वारा की गई टिप्पणियों के लिए सार्वजनिक रूप से माफी मांगनी चाहिए।
सपकाल ने कहा कि कर्नल कुरैशी के बारे में अमित शाह की टिप्पणी अपमानजनक है और इससे देश भर में आक्रोश पैदा हुआ है। अब एक अन्य भाजपा नेता ने यह बेतुकी टिप्पणी की है कि ‘‘पूरा देश, उसकी सेना और सैनिक प्रधानमंत्री मोदी के चरणों में नतमस्तक हैं।’ कांग्रेस नेता सपकाल ने कहा कि ऐसा बयान भारतीय सशस्त्र बलों के पराक्रम, परंपरा और लोकाचार का घोर अपमान है।
सपकाल ने सिधा आरोप लगाया कि भाजपा ने अभी तक मंत्री विजय शाह के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की। जब भाजपा नेता गैर-जिम्मेदाराना बयानबाजी कर रहे हैं, तो नरेन्द्र मोदी, अमित शाह और जे पी नड्डा चुप क्यों हैं? भाजपा एक अहंकारी पार्टी बन गई है, लेकिन जनता इस तरह के अपमान को बर्दाश्त नहीं करेगी।” मध्यप्रदेश के दो नेताओं के खिलाफ राजद्रोह का मुकदमा चलाने की मांग करते हुए सपकाल ने कहा कि ऐसे व्यक्तियों को मेंटल अस्पताल में भर्ती कराया जाना चाहिए।
(एजेंसी इनपुट के साथ)