जन सुरक्षा विधेयक पर फडणवीस का स्पष्टीकरण (सौजन्यः सोशल मीडिया)
मुंबई: विशेष जन सुरक्षा विधेयक गुरुवार को विधानसभा में बहुमत से पारित हो गया। इससे सरकार नक्सली और माओवादी समूहों से जुड़े संगठनों के खिलाफ कार्रवाई कर सकेगी। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने शुक्रवार को इस विधेयक पर प्रतिक्रिया व्यक्त की। यह विधेयक लोकतांत्रिक व्यवस्था के विरुद्ध नहीं है। साथ ही, यह किसी के विरोध प्रदर्शन के अधिकार को भी नहीं छीनेगा। फडणवीस ने स्पष्ट किया कि यह विधेयक नक्सली और माओवादी समूहों पर प्रतिबंध लगाता है।
माओवादी संगठनों ने शहरी इलाकों में काम करना शुरू कर दिया है। वे एक शहरी मोर्चा बना रहे हैं। उनका मुख्य उद्देश्य भारत के संविधान को नकारना है। 6 संगठन ऐसे हैं जो अन्य राज्यों में प्रतिबंधित हैं। लेकिन वे महाराष्ट्र में सक्रिय हैं। राज्य में कुल 64 संगठन काम कर रहे हैं। हम उनके खिलाफ कार्रवाई नहीं कर सके। केंद्र ने नक्सल प्रभावित राज्यों से ऐसा विधेयक पारित करने को कहा था। उन्होंने आगे कहा, “यह विधेयक किसी राजनीतिक भावना से प्रेरित नहीं है।”
फडणवीस ने यह भी दावा किया कि किसी ने भी इसका सीधे तौर पर विरोध नहीं किया। फडणवीस ने कहा, “मुझे बहुत खुशी है कि जन सुरक्षा विधेयक पारित हो गया। कल चर्चा के दौरान जो शंकाएँ थीं, उनका समाधान हो गया। इस विधेयक को पारित करते समय लोकतांत्रिक तरीका अपनाया गया। 26 लोगों की एक संयुक्त समिति थी। जो सुझाव आए, उन पर विचार किया गया।”
अर्बन माओवादी संघटनाओं पर अंकुश लगाने और उनपर सख्त कार्रवाई करने के लिए ‘जन सुरक्षा विधेयक’ विधानसभा में पारित… (विधान भवन, मुंबई | 11-7-2025)#Maharashtra #Mumbai #NaxalFreeMaharashtra pic.twitter.com/vBHqmNMvHa — Devendra Fadnavis (@Dev_Fadnavis) July 11, 2025
शिंदे की पार्टी के शिवसेना विधायक संजय गायकवाड़ द्वारा आकाशवाणी विधायक निवास की कैंटीन में एक कर्मचारी के साथ मारपीट की घटना पर बोलते हुए, फडणवीस ने कहा, “पुलिस को जांच करनी चाहिए। किसी शिकायतकर्ता की कोई आवश्यकता नहीं है। उचित कार्रवाई की जाएगी।”
ये भी पढ़ें: टोरेस घोटाले का मास्टरमाइंड यूक्रेन से गिरफ्तार, 150 करोड़ की ठगी का मामला
मुख्यमंत्री फडणवीस ने गुरुवार को विधानसभा में विधेयक पेश किया। विपक्ष ने विधेयक को लेकर कुछ शंकाएं जताईं। लेकिन इसका ज़्यादा विरोध नहीं हुआ। माकपा विधायक विनोद निकोले ने विधेयक का विरोध किया। इसके बाद विधेयक को ध्वनिमत से पारित कर दिया गया।
#WATCH | Mumbai | On Maharashtra Special Public Security Bill 2024 passed in Assembly, BJP MLA Ram Kadam says, “Earlier there was naxalism in 4 districts of Maharashtra and after a lot of efforts, we ended it from all of them and now it stays only in 2 tehsils… We established a… pic.twitter.com/vnGdDDTlkv — ANI (@ANI) July 11, 2025
इस बीच विधानसभा में पारित महाराष्ट्र विशेष जन सुरक्षा विधेयक 2024 पर भाजपा विधायक राम कदम ने कहा कि पहले महाराष्ट्र के 4 जिलों में नक्सलवाद था और काफी प्रयासों के बाद हमने इसे सभी से खत्म कर दिया और अब यह केवल 2 तहसीलों तक ही सीमित है… हमने इस पर एक समिति बनाई और सभी विपक्षी सदस्यों को शामिल किया, विस्तार से चर्चा की। 12,000 से अधिक लोगों का डेटा प्राप्त हुआ जिस पर समिति ने काम किया और फिर हमने इसे विधानसभा में पारित किया… ऐसा कानून पहले तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, ओडिशा, झारखंड में पारित हो चुका है और हमने महाराष्ट्र में एक मजबूत कानून पारित किया ताकि नक्सलवाद हमारे संविधान और लोकतंत्र को चुनौती न दे सके।