एकनाथ शिंदे Vs गणेश नाईक (सौ. सोशल मीडिया)
Eknath Shinde Vs Ganesh Naik: नवी मुंबई मनपा ने आखिरकार वाशी स्थित 2 इमारतों ‘अलबेला’ और ‘नैवेद्य’ को अधिभोग प्रमाण पत्र जारी कर दिया है।
नवी मुंबई के राजनीतिक गलियारे में इस बात की चर्चा की जा रही है कि जिस तरह से वन मंत्री गणेश नाईक के विरोध के बावजूद मनपा ने इन दोनों इमारतों को अधिभोग प्रमाण पत्र जारी किया है, उसकी वजह से नाईक को एक बार फिर झटका देने में एकनाथ शिंदे का सफलता मिली है।
इससे पहले गणेश नाईक ने 14 गांव को नवी मुंबई मनपा में शामिल करने का विरोध किया था और मांग की थी। इन गांव को चुनाव प्रक्रिया में शामिल न किया जाए किंतु उनके विरोध के बाद भी 14 गांव को चुनाव प्रक्रिया में शामिल किया गया।
नवी मुंबई में शिंदे के समर्थकों का पलड़ा भारीः चर्चा है कि यह बात उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और वन मंत्री गणेश नाईक के बीच राजनीतिक विवाद का कारण बनी थीं। बताया जाता है कि यह दोनों इमारतें शिवसेना जिला प्रमुख किशोर पाटकर और अविनाश लाड से संबंधित हैं, जो एकनाथ शिंदे के कट्टर समर्थक हैं।
गणेश नाईक के जनता दरबार के दौरान इन इमारतों के निर्माण को लेकर कुछ शिकायतें सामने आई थीं। इसलिए नाईक के आदेश पर मनपा ने इन दोनों इमारतों को नोटिस जारी किया था।
मनपा ने कानूनी प्रक्रिया का पालन करने के बाद, अवैध निर्माण के रूप में विवादों के घेरे में आई इन दोनों इमारतों को अधिभोग प्रमाण पत्र जारी कर दिया है, और ऐसा लगता है कि नाईक-शिंदे राजनीतिक विवाद में शिंदे के समर्थकों का पलड़ा भारी हो गया है।
राजनीतिक दबाव के चलते इन इमारतों को नोटिस जारी की गई थी, हमने नियमों के अनुसार इमारत के निर्माण की अनुमति ले ली थी, साथ ही अधिभोग प्रमाणपत्र की फाइल भी संबंधित विभाग को दे दी गई थी।
हमसे राजनीतिक बदला लेने की कोशिश की गई। निवासियों को परेशानी में डालने की साजिश रची गई, हमने पूरी कानूनी प्रक्रिया पूरी की, अब इन इमारतों को अधिभोग प्रमाणपत्र मिल गया है। आखिरकार सत्य की जीत हुई। निवासी अपने साथ हुए अन्याय को कभी नहीं भूलेंगे।
-किशोर पाटकर, जिला अध्यक्ष, शिवसेना, नवी मुंबई
नवी मुंबई में विभिन्न मुद्दों पर शिंदे और नाईक के बीच तीखी नोकझोंक चल रही है। मनपा चुनाव के मद्देनजर शिंदे ने पिछले कुछ दिनों से शहर में अपने राजनीतिक दौरे बढ़ा दिए हैं। नवी मुंबई में शिंदे ने उद्धव ठाकरे की शिवसेना और शरद पवार की राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के कुछ पूर्व नगरसेवकों को अपनी पार्टी में शामिल किया है।
इस पार्टी प्रवेश समारोह के मौके पर उन्होंने शहर में बड़ा शक्ति प्रदर्शन भी किया। वन मंत्री गणेश नाईक ठाणे, नवी मुंबई और पालघर इलाकों में सभाओं में शिंदे की प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से आलोचना करते रहे हैं।
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नाईक के दबदबे वाली नवी मुंबई मनपा में पिछले कुछ समय से शिंदे का प्रभाव साफ तौर पर महसूस किया जा रहा है। हालांकि गणेश नाईक के समर्थकों ने शिकायत की थी कि शिंदे के समर्थक पूर्व नगरसेवकों का काम तेजी से हो रहा है। इस दौरान, वाशी में दो इमारतों को मनपा द्वारा जारी किए गए नोटिस का मामले ने काफी तूल पकड़ा था।