मुंबई कोस्टल रोड (pic credit; social media)
Mumbai Coastal Road: आधुनिक अवसंरचना की मिसाल मानी जाने वाली मुंबई कोस्टल रोड अब सुरक्षा की चिंता बनती जा रही है। तेज गति में वाहन दौड़ाते लोग और नियमों की अनदेखी इस रोड पर लगातार दुर्घटनाओं को बढ़ा रही है। बीएमसी अब इन दुर्घटनाओं को रोकने के लिए नई रणनीति तैयार कर रही है।
इसके तहत कोस्टल रोड पर महत्वपूर्ण बिंदुओं पर स्पीड ब्रेकर लगाने की योजना बनाई जा रही है। कोस्टल रोड प्रोजेक्ट के मुख्य अभियंता मंतय्या स्वामी ने कहा कि प्रशासन ट्रैफिक विभाग के साथ मिलकर ऐसे हाईटेक स्पीड ब्रेकर लगाने पर विचार कर रहा है जो वाहन चालकों को निर्धारित गति का पालन करने पर मजबूर करें।
कोस्टल रोड पर गति सीमा टनल खंड में 60 किमी/घंटा और खुले हिस्सों में 80 किमी/घंटा निर्धारित है। इंटरचेंज के पास यह सीमा 40 किमी/घंटा है। बावजूद इसके, कई वाहन चालक नियमों की अनदेखी करते हैं। कुछ वाहन चालक बेस्ट बस लेन में प्रवेश कर जाते हैं, जिससे टक्कर की संभावना और बढ़ जाती है। दोनों सिरों पर हाई-टेक कैमरे लगे हैं, ताकि उल्लंघन करने वालों को पकड़ा जा सके।
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इस साल मुंबई ट्रैफिक पुलिस ने 4,000 से अधिक चालकों पर तेज गति के लिए चालान किया, जिन पर कुल 82 लाख रुपये का जुर्माना लगाया गया। इसमें से 31 लाख रुपये की राशि वसूल की जा चुकी है। इनमें लक्जरी कारों जैसे बीएमडब्ल्यू, ऑडी और मर्सिडीज के चालक शामिल थे।
इंटरसेप्टर वाहन और एनफोर्समेंट स्क्वाड मुख्य प्रवेश और निकास बिंदुओं पर तैनात किए गए हैं। प्रतिदिन लगभग 18 से 20 हजार वाहन इस रोड का उपयोग करते हैं।
ब्रीच कैंडी निवासी ने कहा, “केवल जुर्माना पर्याप्त नहीं है। हमें सुरक्षित बुनियादी ढांचे की आवश्यकता है। हर हफ्ते किसी न किसी दुर्घटना की खबर आती है।”
बीएमसी की योजना है कि स्पीड ब्रेकर के साथ-साथ और सुरक्षा उपाय अपनाकर इस रोड को यात्रियों के लिए सुरक्षित बनाया जाए। नागरिक अब तेज रफ्तार और हादसों से निजात चाहते हैं और प्रशासन से मांग कर रहे हैं कि सुरक्षा को प्राथमिकता दी जाए।