घाटकोपर कचरा पेटी विवाद (pic credit; social media)
Ghatkopar Dustbin Controversy: घाटकोपर में एक सामान्य सी कचरा पेटी ने बड़ा विवाद खड़ा कर दिया है। घाटकोपर एन वार्ड कार्यालय के पीछे स्थित मनपा मार्केट के बगल में वर्षों से कचरा पेटी रखी गई थी। स्थानीय निवासी और मार्केट के व्यापारी इस पेटी में कचरा फेंकते थे। लेकिन हाल ही में बगल में नई इमारत का निर्माण हुआ और विकासक ने मनपा घन कचरा विभाग के अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों से मिलकर कचरा पेटी हटवा दी।
स्थानीय लोगों को यह बात नागवार गुज़री। उन्होंने पेटी हटाने का विरोध किया और आरोप लगाया कि इसे हटाकर केवल विकासक को फायदा पहुंचाया गया है। जब उनकी बात नहीं सुनी गई तो लोग सीधे सांसद संजय दिना पाटिल के दफ्तर पहुंचे और शिकायत दर्ज करवाई।
सांसद पाटिल ने सहायक आयुक्त गजानन बेलाले को पत्र लिखकर कहा कि यह कार्रवाई स्थानीय निवासियों की मांग के खिलाफ की गई और दोषी अधिकारियों पर सख्त कार्रवाई की जाए। उन्होंने स्पष्ट किया कि पेटी हटाकर विकासक को फायदा पहुंचाने का मामला गंभीर है और इसे नजरअंदाज नहीं किया जा सकता।
सहायक आयुक्त गजानन बेलाले ने कहा कि मामले को जल्द हल किया जाएगा। उन्होंने इसे मामूली बात बताई और आश्वासन दिया कि जल्द ही उचित कदम उठाए जाएंगे।
घाटकोपर एन वार्ड के स्थानीय निवासी और व्यापारी अब भी पेटी के हटने से परेशान हैं। उनका कहना है कि कचरा फेंकने की जगह कम होने से आसपास गंदगी फैल सकती है और रोजमर्रा की जिंदगी प्रभावित होगी। वहीं सांसद पाटिल की पहल से लोगों में उम्मीद जगी है कि उनके हक की सुनवाई होगी और प्रशासन दोषियों के खिलाफ सख्त कदम उठाएगा।
इस विवाद ने एक बार फिर दिखा दिया कि कैसे छोटी-सी समस्या भी बड़ी राजनीतिक और प्रशासनिक बहस का रूप ले सकती है।