अमित ठाकरे (pic credit; social media)
Maharashtra News: मराठा आरक्षण आंदोलन को लेकर महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) ने राज्य सरकार को नया सुझाव दिया है। मनसे नेता बाला नांदगांवकर ने सोमवार को कहा कि सरकार को आंदोलनकारियों को वानखेड़े स्टेडियम जैसा बड़ा स्थल उपलब्ध कराना चाहिए, ताकि वे एक जगह पर रहकर आंदोलन जारी रख सकें और आम लोगों को असुविधा न हो।
नांदगांवकर ने कहा कि इस समय आंदोलनकारी मुंबई की सड़कों और अलग-अलग इलाकों में घूम रहे हैं। इससे नागरिकों को परेशानी हो रही है और यातायात भी प्रभावित हो रहा है। उन्होंने कहा कि आजाद मैदान छोटा है और वहां बड़ी संख्या में प्रदर्शनकारियों को समायोजित करना मुश्किल है। ऐसे में वानखेड़े स्टेडियम जैसे बड़े स्थल का उपयोग किया जा सकता है, जहां करीब 30 हजार लोगों के बैठने की व्यवस्था है।
इधर, मनसे अध्यक्ष राज ठाकरे के पुत्र अमित ठाकरे ने भी आंदोलनकारियों के प्रति संवेदनशील रुख अपनाया। उन्होंने अपनी पार्टी के कार्यकर्ताओं को लिखे एक पत्र में कहा कि मराठा प्रदर्शनकारी हमारे भाई हैं और उनकी मदद करना सभी की जिम्मेदारी है।
अमित ठाकरे ने कार्यकर्ताओं से अपील की कि वे आंदोलनकारियों को भोजन, पानी और दवाइयां उपलब्ध कराएं। उन्होंने कहा कि कठिन परिस्थितियों में आंदोलन कर रहे लोग बुनियादी जरूरतों के मोहताज हैं और समाज को उनके साथ खड़ा होना चाहिए।
मनसे की इस पहल से सरकार पर दबाव और बढ़ सकता है। जहां एक ओर मराठा समुदाय के लोग आरक्षण की मांग को लेकर लगातार आंदोलन कर रहे हैं, वहीं अब विपक्षी दलों और संगठनों से भी सुझाव आने लगे हैं कि प्रदर्शनकारियों को बेहतर सुविधाएं दी जाएं।
वानखेड़े स्टेडियम जैसे बड़े स्थान का प्रस्ताव न केवल आंदोलनकारियों को एक सुरक्षित जगह देगा बल्कि शहर के नागरिकों को भी राहत पहुंचा सकता है। अब देखना यह होगा कि राज्य सरकार इस सुझाव पर क्या फैसला लेती है।