मीरा-भाईंदर मनपा (pic credit; social media)
Mira-Bhayander Municipal Corporation: मीरा-भाईंदर मनपा ने एक बार फिर बड़ा कदम उठाते हुए पूरे महाराष्ट्र में अपनी छाप छोड़ दी है। स्वच्छ भारत मिशन 2.0 के तहत ‘स्वच्छ शहर जोड़ी’ अभियान में अब एमबीएमसी गुरु की भूमिका निभाएगा और अगले 100 दिनों तक पांच शहरों को स्वच्छता का पाठ पढ़ाएगा।
मीरा-भाईंदर मनपा ने बीड नगर परिषद, धर्माबाद नगर परिषद, तलासरी नगर पंचायत, मोखाड़ा नगर परिषद और देगलुर नगर परिषद के साथ एक ऐतिहासिक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए। इस एमओयू के तहत एमबीएमसी इन पांचों शहरों को साफ-सफाई की बेहतरीन रणनीति, कामकाज की प्रणाली और तकनीकी सहयोग मुहैया कराएगा।
यह कदम ऐसे समय में उठाया गया है जब एमबीएमसी ने स्वच्छ सर्वेक्षण 2024-25 में 3 से 10 लाख आबादी वाले शहरों की श्रेणी में राष्ट्रपति पुरस्कार जीतकर इतिहास रच दिया था। यही वजह है कि अब केंद्र सरकार और राज्य ने एमबीएमसी पर भरोसा जताते हुए इसे अन्य शहरों का गुरु बना दिया है।
समारोह का आयोजन मनपा मुख्यालय में हुआ। इस दौरान केंद्रीय आवास एवं शहरी मामलों के मंत्री मनोहर लाल खट्टर, राज्य मंत्री तोखन साहू और मंत्रालय के सचिव मौजूद रहे। कार्यक्रम में मनपा के अतिरिक्त आयुक्त (प्रथम) डॉ. संभाजी पानपट्टे, सहायक आयुक्त योगेश गुणीजन और जितेंद्र कांबले सहित बीड, धर्माबाद और तलासरी नगर परिषदों के मुख्य अधिकारी भी शामिल हुए।
मंत्री मनोहर लाल खट्टर ने स्पष्ट कहा कि “यह सिर्फ एमओयू नहीं है बल्कि एक जिम्मेदारी है। मीरा-भाईंदर ने खुद को साबित किया है और अब अन्य शहरों को उसी राह पर चलना होगा।” उन्होंने मनपा से ठोस कार्य योजना बनाने और स्वच्छ सर्वेक्षण की साइट विजिट में संयुक्त मूल्यांकन सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
कर्मचारियों और अधिकारियों का कहना है कि यह उपलब्धि हर मीरा-भाईंदरवासी के लिए गर्व का क्षण है। जिन शहरों को एमबीएमसी मार्गदर्शन देगा, वहां स्वच्छता व्यवस्था में बड़ा बदलाव देखने को मिलेगा।
अब देखने वाली बात यह होगी कि क्या ये पांच शहर एमबीएमसी की सीख को अपनाकर अपनी सूरत बदल पाएंगे और स्वच्छ सर्वेक्षण की रेस में चमक पाएंगे। लेकिन इतना तय है कि मीरा-भाईंदर ने एक मिसाल कायम कर दी है और वह अब सिर्फ अपना शहर नहीं बल्कि पूरे महाराष्ट्र को साफ-सुथरा बनाने का बीड़ा उठा रहा है।