विजय वडेट्टीवार, उद्धव ठाकरे व शरद पवार (डिजाइन फोटो)
Maharashtra Politics: महाराष्ट्र विधान परिषद में शिवसेना (यूबीटी) विधायक अंबादास दानवे का नेता विपक्ष के रूप में कार्यकाल खत्म होने के बाद अब इस पद के लिए कांग्रेस नेताओं ने अपनी लॉबिंग तेज कर दी है। इसके तहत सोमवार को कांग्रेस विधायक दल के नेता विजय वडेट्टीवार, वरिष्ठ नेता बालासाहेब थोरात और सीनियर विधायक अमीन पटेल ने मातोश्री में शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख उद्धव ठाकरे के साथ चर्चा की।
विजय वडेट्टीवार ने कहा कि हमने उद्धव ठाकरे के साथ विधान परिषद में विपक्ष के नेता पद पर चर्चा की है। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरदचंद्र पवार) के अध्यक्ष शरद पवार के मुंबई आने के बाद हम उनसे भी चर्चा करेंगे।
बता दें कि विधान परिषद में नेता विपक्ष के रूप में दानवे का कार्यकाल 29 अगस्त को समाप्त हो गया था। उद्धव से मिलने के बाद कांग्रेसी नेताओं ने विधान परिषद के सभापति राम शिंदे से भी मुलाकात की। सूत्रों के मुताबिक, कांग्रेस नागपुर में 8 दिसंबर से शुरू होने वाले शीतकालीन सत्र से पहले इस पद को फाइनल करना चाहती है।
वडेट्टीवार ने साफ तौर से कहा कि उद्धव ठाकरे और राज ठाकरे के बीच गठबंधन को लेकर आपस में क्या चर्चा हुई, उससे हमारा कोई लेना-देना नहीं है। उन्होंने कहा कि आगामी नगर निगम चुनावों में मनसे अध्यक्ष राज ठाकरे को महाविकास आघाड़ी में साथ लेना है या नहीं, यह फैसला दिल्ली में हमारे आलाकमान के स्तर पर लिया जाएगा। अभी हम लोग इस बारे में कुछ नहीं कह सकते हैं।
वर्तमान में विधान परिषद में शिवसेना ठाकरे गुट के 6 और कांग्रेस के 8 सदस्य हैं। एसीपी शरद पवार गुट के 2 सदस्य हैं। उद्धव ठाकरे स्वयं भी विधान परिषद के सदस्य हैं। संख्या बल के हिसाब से कांग्रेस विधान परिषद में विपक्ष के नेता का पद चाहती है। सूत्रों के मुताबिक कांग्रेस की ओर से सतेज बंटी पाटिल के नाम पर चर्चा चल रही है। फिलहाल वे विधान परिषद में कांग्रेस विधायक दल के नेता हैं।
एक ओर जहां विधान परिषद में कांग्रेस नेता विपक्ष पद का दावा कर रही है तो दूसरी तरफ महाराष्ट्र विधानसभा में नेता विपक्ष के लिए यूबीटी ने दावा किया है। हालांकि विधानसभा चुनाव में कोई भी विपक्षी दल नेता विपक्ष पद हासिल करने के लिए आवश्यक विधायकों की संख्या हासिल नहीं कर पाया था। इस वजह से यह पद भी खाली पड़ा है।
हालांकि ठाकरे गुट द्वारा इस पद के लिए भास्कर जाधव का नाम तय किया गया है लेकिन इस संबंध में अंतिम निर्णय नहीं लिया गया है। जानकारों का कहना है कि अगर यूबीटी विधान परिषद में कांग्रेस को नेता विपक्ष पद देने के लिए राजी हो जाती है तो फिर कांग्रेस विधानसभा में नेता विपक्ष के लिए यूबीटी को समर्थन दे सकती है।
2024 में हुए विस चुनाव में शिवसेना यूबीटी ने 20 सीटें जीतीं तो वहीं कांग्रेस ने 16 और राकां (शरदचंद्र पवार) ने 10 सीटें जीतीं। समाजवादी पार्टी 2 और सीपीआई (एम) की-1 सीट को मिलाने से विपक्षी गठबंधन महाविकास आघाड़ी के 49 विधायक होते हैं।
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288 विधायकों वाली महाराष्ट्र विधानसभा में विरोधी पक्ष नेता के लिए 10 फीसदी सीट के फार्मूले के हिसाब से किसी भी विपक्षी दल के पास पर्याप्त संख्याबल यानी अपने अकेले के 29 विधायक नहीं हैं। इसलिए विधायकों की पर्याप्त संख्या नहीं होने की वजह से अभी तक विधानसभा में विपक्ष के नेता का पद किसी भी विपक्षी पार्टी को नहीं मिला है।
महाराष्ट्र विधान मंडल के मानसून सत्र के दौरान विपक्ष ने सरकार से नेता विपक्ष पद दिए जाने की मांग की थी लेकिन फिलहाल इसे टाल दिया गया है।