कार्यक्रम में मौजूद महाराष्ट्र व राजस्थान के अधिकारी (सोर्स: सोशल मीडिया)
TiE Global Summit 2026: महाराष्ट्र सरकार और TiE राजस्थान ने राजस्थान डिजीफेस्ट X TiE ग्लोबल समिट 2026 के लिए साझेदारी की है। यह साझेदारी भारत में नवाचार और स्टार्टअप्स के तंत्र को मज़बूत करने के उनके साझा प्रयास को दिखाती है। इसका मकसद है कि अच्छे स्टार्टअप्स, उद्योग से जुड़े शीर्ष लीडर, निवेशक और नीति-निर्माता एक ही मंच पर आएं। इससे नई तकनीक और नए आइडिया को बढ़ावा मिलेगा और स्टार्टअप्स के लिए नए अवसर बनेंगे।
महाराष्ट्र स्टेट पार्टनर के रूप में अपने चुने हुए स्टार्टअप्स के साथ समिट में भाग लेगा। इसके माध्यम से B2B और B2G मीटिंग्स को बढ़ावा मिलेगा, स्टार्टअप्स को विशेषज्ञ सत्रों में सीखने और अनुभव साझा करने का मौका मिलेगा। महाराष्ट्र साथ ही और दीर्घकालिक सहयोग पर काम करेगा जो समिट के बाद भी जारी रहें।
इस मौके पर बात करते हुए महाराष्ट्र सरकार में सचिव (उद्योग), आईएएस डॉ. पी. अंबालगन ने कहा कि राजस्थान डिजीफेस्ट X TiE ग्लोबल समिट 2026 के साथ यह साझेदारी महाराष्ट्र के नवाचार तंत्र को और मजबूत करने का एक महत्वपूर्ण कदम है। इससे स्टार्टअप्स को नई पहचान मिलेगी, उद्योग और सरकार का सहयोग बढ़ेगा और राज्य तकनीक, उद्यमशीलता और निवेश का प्रमुख केंद्र बनेगा।
TiE ग्लोबल समिट के संयोजक महावीर प्रताप शर्मा ने स्टेट पार्टनर महाराष्ट्र का स्वागत करते हुए कहा कि महाराष्ट्र का मजबूत औद्योगिक आधार और दूरदर्शी नीतियां समिट के उद्देश्य को और मजबूत करेंगी। यह साझेदारी भारत में नवाचार और उद्यमशीलता को मजबूत करने की हमारी साझा प्रतिबद्धता को दिखाती है। हम मिलकर नए अवसर बनाएंगे, सहयोग बढ़ाएंगे और देश में तकनीक और टिकाऊ विकास को आगे बढ़ाएंगे।
यह भी पढ़ें:- 1 जून से मुंबईकरों के लिए खुलेगा सायन ब्रिज, BMC ने तेज किया काम, ट्रैफिक से मिलेगी राहत
प्राइमस पार्टनर्स के संस्थापक और महाराष्ट्र सरकार के आधिकारिक नॉलेज पार्टनर समीर जैन ने संगठित जानकारी और नीति समर्थन की भूमिका पर जोर देते हुए कहा कि यह सहयोग महाराष्ट्र की नवाचार क्षमता दिखाने और भविष्य की नीतियों के लिए सुझाव देने का एक अच्छा अवसर है। हमारा लक्ष्य ऐसा माहौल बनाना है जिसमें स्टार्टअप्स बढ़ सकें, उद्योग नई तकनीक अपना सके और अच्छे विचार आगे बढ़ सकें।
राजस्थान डिजीफेस्ट X TiE ग्लोबल समिट 2026 नवाचार, सहयोग और निवेश के लिए एक बड़ा मंच बनेगा। इससे भारत में स्टार्टअप और नवाचार की यात्रा में महाराष्ट्र की भूमिका और मजबूत होगी।