हुक्के की लत (सौ. सोशल मीडिया )
Mumbai News In Hindi: देश की आर्थिक राजधानी मुंबई में हुक्का पार्लरों का अवैध कारोबार जोरों पर है, जो युवाओं, लड़कियों, खासकर नाबालिगों को नशे की लत में धकेल रहा है।
इन पार्लरों को ‘युवाओं को नशेड़ी बनाने का स्कूल’ कहा जा रहा है, जहां 12वीं कक्षा से नीचे के लड़के-लड़कियां बड़ी संख्या में ग्राहक के रूप में पहुंच रहे हैं।
चिंताजनक बात यह है कि कैफे और रेस्तरां की आड़ में चलने वाले इन हुक्का पार्लरों में फ्लेवर्ड हुक्का केवल दिखावा है। असल में यहां विभिन्न प्रकार के नशीले पदार्थ परोसे जा रहे हैं। हुक्का पार्लरों के इस अवैध धंधे ने मुंबई के युवाओं के भविष्य को खतरे में डाल दिया है। मुंबई क्राइम ब्रांच ने शहर के विभिन्न इलाकों में अवैध तौर पर चल रहे हुक्का पार्लरों पर कार्रवाई की है।
मुंबई क्राइम ब्रांच और स्थानीय मुंबई पुलिस ने विभिन्न क्षेत्रों में छापेमारी कर कुल 146 लोगों के खिलाफ कार्रवाई की है। इन कार्रवाइयों में 125 पुरुष और 21 महिलाएं शामिल हैं, जिनमें मैनेजर, कैशियर, कर्मचारी और ग्राहक हैं। छापेमारी के दौरान हुक्का सेट, हुक्का फ्लेवर के डिब्बे और हुक्का से संबंधित अन्य सामान बड़ी मात्रा में बरामद किया गया है। क्राइम ब्रांच यूनिट-7 ने पार्क साइड पुलिस स्टेशन के अंतर्गत ऑरेंज मिंट लाउंज एंड मोर में 27 लोगों को गिरफ्तार किया है। क्राइम ब्रांच यूनिट-9 ने वर्सोवा पुलिस स्टेशन क्षेत्र में ऑटोमन कैफे पर कार्रवाई कर 12 लोगों को हिरासत में लिया है। क्राइम ब्रांच यूनिट 10 ने चारकोप पुलिस स्टेशन क्षेत्र में 94 लोगों को पकड़ा है। वहीं, बांगुर नगर पुलिस ने अपने क्षेत्र में मक्यूरी लाउंज रेस्तरां पर छापा मारकर 13 लोगों को गिरफ्तार किया है।
हैरानी की बात यह है कि जहां पुलिस और प्रशासन इन हुक्का पार्लरों की जानकारी न होने का दावा करते हैं, वहीं गूगल पर इनकी पूरी डिटेल उपलब्ध है। हुक्का पार्लर संचालक छात्रों और अमीर परिवारों के बच्चों को लुभाने के लिए अपने कैफे और रेस्तरां की जानकारी गूगल पर खुलेआम पब्लिश करते हैं, बस ‘हुक्का बार’ टाइप करने पर शहर के दर्जनों रेस्तरा और कैफे में हुक्का उपलब्ध होने की जानकारी तुरंत मिल जाती है, लेकिन लोगों का कहना है कि पैसे के मोह की वजह से इन्होंने अपनी आंखों पर गांधारी की तरह पट्टी बांध रखी है।
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40 मिनट के हुक्का सेशन में आप एक सिगरेट से 36 गुना ज्यादा टार व 70 फीसदी ज्यादा निकोटिन निगल जाते हैं। हुक्के को लेकर कई भ्रांतियां भी हैं। कुछ फ्लेवर हर्बल शीशा के नाम से बिक रहे हैं। कहते हैं कि इनमें तंबाकू नहीं होती, जबकि ये सेहत के लिए काफी खतरनाक हैं। इन्हें चारकोल से जलाते हैं, जिसके धुएं के साथ कैसर कारक तत्व शरीर में जाता है।