मुंबई कोस्टल रोड पर स्पीडोमीटर कैमरे (pic credit; social media)
Speedometer Cameras on Coastal Road: कोस्टल रोड पर बढ़ती तेज रफ्तार और सड़क हादसों को देखते हुए मनपा ने बड़े कदम उठाए हैं। ट्रैफिक विभाग ने फैसला किया है कि इस प्रमुख मार्ग पर चार अतिरिक्त स्पीडोमीटर कैमरे लगाए जाएंगे। इसके पहले ही तीन कैमरे लगाए गए थे। अब कुल सात स्पीडोमीटर कैमरे काम करेंगे, जिससे रफ्तार को काबू में रखा जा सकेगा और हादसों की संख्या में कमी आएगी।
पिछले सप्ताह ही एक लेम्बोर्गिनी तेज रफ्तार से आकर डीवाइडर से टकरा गई थी। हालांकि किसी जान का नुकसान नहीं हुआ, लेकिन यह हादसा एक चेतावनी के रूप में सामने आया। कोस्टल रोड पर स्पीड लिमिट 60 किलोमीटर प्रति घंटा है, लेकिन कई वाहन चालक नियमों की अनदेखी करते हैं। इसी को ध्यान में रखते हुए अतिरिक्त कैमरे लगाए जा रहे हैं।
मनपा के अधिकारी ने बताया कि सड़क की देखरेख और रखरखाव के लिए बीते मार्च में 85 करोड़ रुपये का टेंडर निकाला गया था। पांच महीने की प्रक्रिया के बाद स्टैप एड टर्बो इंजीनियरिंग प्राइवेट लिमिटेड को ठेका मिला। एक सितंबर से कंपनी ने कोस्टल रोड की देखभाल शुरू कर दी है। इस ठेके की राशि 72 करोड़ रुपये है, जो पांच वर्षों के लिए तय की गई है। इसका मतलब हर वर्ष लगभग 14.4 करोड़ रुपये रखरखाव के लिए खर्च होंगे।
सड़क पर कैमरों के बढ़ने से ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन करने वाले वाहन चालकों पर निगरानी बढ़ेगी। ट्रैफिक विभाग का कहना है कि यह कदम तेज रफ्तार और हादसों को रोकने में मदद करेगा। मनपा अधिकारी ने कहा कि सुरक्षा और नियमों का पालन सर्वोपरि है।
विशेषज्ञों का कहना है कि कोस्टल रोड जैसे व्यस्त मार्गों पर स्पीडोमीटर कैमरे लगाने से न केवल हादसों में कमी आएगी बल्कि आम जनता में भी नियमों के प्रति जागरूकता बढ़ेगी। साथ ही सड़क पर ड्राइवरों की जिम्मेदारी भी बढ़ेगी।
इस पहल से उम्मीद है कि कोस्टल रोड पर आने वाले वाहन चालक नियमों का पालन करेंगे और तेज रफ्तार के कारण होने वाली दुर्घटनाओं को रोका जा सकेगा। नए कैमरों के साथ मनपा और ट्रैफिक विभाग सड़क सुरक्षा को और मजबूत करने की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं।
कोस्टल रोड की सुरक्षा, कैमरों की संख्या बढ़ना और रखरखाव की जिम्मेदारी नए ठेकेदार को सौंपना, सभी मिलकर इस व्यस्त मार्ग पर यात्रा करने वालों के लिए राहत और सुरक्षा सुनिश्चित करेंगे।