गिरगांव में फर्जी वोटर (pic credit; social media)
Fake voters in Girgaon: मुंबई में निकाय चुनाव की हलचल के बीच दक्षिण मुंबई से चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। गिरगांव और कालबादेवी इलाके में सैकड़ों फर्जी मतदाताओं का खेल पकड़ा गया है। आरोप है कि प्रवासी लोगों ने एक ही सोसायटी के पते पर वोटर आईडी, आधार और पैन कार्ड जैसे सरकारी दस्तावेज बनवा लिए हैं।
मामला कलबादेवी की भरूया नामक सोसायटी से जुड़ा है। यहां के रहवासियों ने ही बीएमसी, चुनाव आयोग और पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है। शिकायत में कहा गया है कि एक ही पते पर सैकड़ों वोटर आईडी बने हैं, जबकि असलियत में यहां रहने वाले लोग सड़क किनारे झोपड़पट्टी में रहते हैं।
सोसायटी के लोगों का कहना है कि फर्जी वोटरों की वजह से चुनाव की पारदर्शिता पर सवाल खड़े हो रहे हैं। लोगों का आरोप है कि फर्जी पते के आधार पर न सिर्फ वोटर कार्ड, बल्कि आधार कार्ड और पैन कार्ड तक बनवा लिए गए। इतना ही नहीं, फ्लैट नंबर और पते दिखाकर बिजली मीटर भी लगवाए गए हैं।
मिली जानकारी के मुताबिक, फिलहाल करीब 1200 से 1400 लोगों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई गई है और उनके नाम मतदाता सूची से हटाने की मांग की जा रही है।
मुंबई जैसे शहर में जहां हर वोट की अहमियत है, वहां फर्जी वोटरों का खेल सीधा चुनावी गणित बदल सकता है। माना जा रहा है कि ये पूरा खेल चुनाव से ठीक पहले मतदाताओं की संख्या बढ़ाने और उसका फायदा उठाने के लिए किया गया।
पुलिस ने जांच शुरू कर दी है और चुनाव आयोग को भी इस बारे में अवगत करा दिया गया है। बीएमसी अधिकारी भी इस मामले पर गंभीर हैं। सभी राजनीतिक दलों की निगाह अब गिरगांव और कालबादेवी की वोटर लिस्ट पर टिकी है।
क्या चुनाव आयोग इन फर्जी वोटरों को समय रहते हटा पाएगा या फिर चुनाव परिणामों पर इनका असर साफ नजर आएगा? मुंबई की राजनीति में यह मुद्दा आने वाले दिनों में बड़ा विस्फोट कर सकता है।