राज-उद्धव के दीपोत्सव पर नागरिक नाराज (सौजन्यः सोशल मीडिया)
Mumbai Metropolitan: दिवाली के उपलक्ष्य में शिवाजी पार्क मैदान पर आयोजित किए राज ठाकरे की पार्टी महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) के ‘दीपोत्सव’ का पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने उद्घाटन किया था। दोनों भाइयों का यह मनोमिलन उनके समर्थकों को भले ही पसंद आया हो लेकिन शिवाजी पार्क मैदान के आसपास रहने वालों को दीपोत्सव के दौरान की गई आतिशबाजी नागवार लगी है। स्थानीय निवासियों ने देर रात तक की गई आतिशबाजी को लेकर राज और उद्धव के खिलाफ ध्वनि एवं वायु प्रदूषण फैलाने की शिकायत दर्ज कराई है और कार्रवाई की मांग की है।
मनसे के दीपोत्सव में शुक्रवार को शिवसेना उद्धव बालासाहेब ठाकरे पार्टी के पक्ष प्रमुख उद्धव ठाकरे अपनी पत्नी रश्मी ठाकरे तथा पुत्र आदित्य व तेजस ठाकरे के साथ पहुंचे थे। वहां राज की पत्नी शर्मिला ने रश्मी ठाकरे का तो वहीं पुत्र अमित ने आदित्य व तेजस का आत्मियता के साथ स्वागत किया था। दोनों परिवारों के मनोमिलन समारोह के हजारों समर्थक साक्षी बने थे। इस मौके पर समर्थकों ने दीपक जलाकर दीपोत्सव मनाने के दौरान जमकर आतिशबाजी भी की थी।
अब उसी आतिशबाजी के कारण मनसे का दीपोत्सव समारोह विवादों में घिर गया है। स्थानीय निवासियों ने कार्यक्रम के दौरान पटाखे फोड़ने से होने वाले ध्वनि और वायु प्रदूषण की सीधे पुलिस से शिकायत की है। शिवाजी पार्क रेजिडेंट्स एसोसिएशन और अन्य स्थानीय संगठनों ने इस मामले में शिवाजी पार्क पुलिस स्टेशन में एक लिखित शिकायत दर्ज कराई है। शिकायत में कहा गया है कि देर रात तक बड़ी संख्या में पटाखे फोड़े जाने की वजह से शिवाजी पार्क इलाके में ध्वनि एवं वायु प्रदूषण बढ़ गया।
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शिकायतकर्ता ने याद दिलाया कि बॉम्बे हाईकोर्ट के निर्देशों के अनुसार, मुंबई में पटाखे फोड़ने का समय रात 8 बजे से 10 बजे तक है, इसके बाद पटाखे फोड़ना प्रतिबंधित है। लेकिन मनसे के कार्यक्रम के दौरान रात 10 बजे के बाद पटाखे फोड़कर बॉम्बे हाईकोर्ट के आदेश का उल्लंघन किया गया है और यह पूरी तरह से अवैध है।
हर साल दिवाली और दीपोत्सव के दौरान पार्क में सैकड़ों लोग इकट्ठा होते हैं। स्थानीय निवासियों का कहना है कि देर रात तक पटाखे फोड़ने से निवासियों, खासकर बुजुर्गों और बच्चों को काफी परेशानी होती है। इसलिए, स्थानीय लोगों ने पुलिस और नगर निगम प्रशासन से मुंबई उच्च न्यायालय के आदेश का सख्ती से पालन करने की मांग की है। उन्होंने यह भी कहा है कि सीमित समय के बाद पटाखे फोड़ने के लिए जिम्मेदार आयोजकों या व्यक्तियों के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की जानी चाहिए। पुलिस ने कहा है कि मामले की जांच चल रही है।