सिडको (सौ. सोशल मीडिया )
Navi Mumbai News In Hindi: चौंकाने वाली सच्चाई सामने आई है कि सिडको में रिश्वत का स्तर दिन-ब-दिन बढ़ता जा रहा है। मिली जानकारी के अनुसार पिछले 11 सालों में एंटी करप्शन ब्यूरो (एसीबी) ने सिडको में किए गए 21 ऑपरेशन में कुल 11 अधिकारियों और कर्मचारियों को जाल में फंसाया है।
इसमें सिडको में डेप्युटेशन पर काम करने वाले 7 अधिकारी और कर्मचारी शामिल हैं, जबकि बाकी 4 कर्मचारी सिडको के हैं। एसीबी द्वारा किए गए 21 ऑपरेशन में से 7 ऑपरेशन इसी साल यानी 2025 में हुए हैं।
बताया जाता है कि रिश्वत के बदलते तरीकों की वजह से सिडको में करप्शन का जाल और भी ज्यादा खुल रहा है। खास तौर पर जब से सिडको के दो डिपार्टमेंट यानी हाउसिंग सोसायटी और रजिस्ट्रार ऑफिस और लैंड रिकॉ ऑफिस में एसीबी की सबसे ज्यादा कार्रवाई हुई है, तब से इस डिपार्टमेंट के काम करने के तरीके पर गंभीर सवाल उठ रहे हैं।
इसलिए सिडको विजिलेंस डिपार्टमेंट ने रिश्वतखोरी पर रोक लगाने के लिए कमर कसी है। 4 दिन पहले एसीबी की टीम ने सिड़को के नैना विभाग में एक बड़ी कार्रवाई करते हुए 2 लोगों को 6 लाख रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया था। सिडको का नैना विभाग के रजिस्ट्रार ऑफिस और लैंड रिकॉ ऑफिस में टीपीएस स्कीम के तहत किसानों की जमीन की सर्वे का काम किया जा रहा है।
24 जून को चीफ विजिलेंस ऑफिसर सुरेश मेंगड़े ने रिश्वतखोरी के व्यवहार में बदलाव के बारे में सिडको के सभी डिपार्टमेंट को एक लेटर भेजा था। उसके बाद 11 सितंबर को सिडको के मैनेजिंग डायरेक्टर विजय सिंघल ने भी सभी डिपार्टमेंट को रिश्वत लेने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के साफ निर्देश दिए थे। पिछले कुछ महीनों में चीफ विजिलेंस ऑफिसर ने अलग-अलग डिपार्टमेंट का 120 बार दौरा किया और 40 जगहों पर सरप्राइज विजिट करके अधिकारियों और कर्मचारियों को पकड़ा।
एसीबी की लगातार कार्रवाई के बावजूद यह साफ है कि कर्मचारी सुबर नहीं रहे हैं, और रिश्वत लेने वाले अधिकारियों और कर्मचारियों से कानून के हिसाब से सख्त से निपटा जाना चाहिए। ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए ज्यादा सतर्कता की जरूरत है। अधिकारियों और कर्मचारियों को रिश्वत लेने से रोकने के लिए बड़े पैमाने पर जन जागरूकता अभियान चलाने की जरूरत है।
– सुरेश मैंगडे, चीफ विजिलेंस ऑफिसर, सिडको
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गौरतलब है कि चीफ विजिलेंस ऑफिसर सुरेश मेगड़े ने 19 नवंबर को नैना विभाग का दौरा किया मा और रिश्वत लेने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की चेतावनी दी थी, लेकिन कुछ ही दिनों में एसीची की बड़ी कार्रवाई से यह साफ हो गया है कि प्रशासन की चेतावनियों अनदेखी हो रही है, भ्रष्टाचार मुक्त सिडको के लिए सख्त कार्रवाई की जरूरत है।