महाविकास आघाड़ी Vs बीजेपी (सौ. सोशल मीडिया )
Mumbai News In Hindi: वोट चोरी और वोटर लिस्ट में गड़बड़ी को लेकर निकाले गए मोर्चे के खिलाफ मुबई पुलिस की ओर से मामला दर्ज करने बाद महायुति व महाविकास आघाड़ी में उन गई है।
मनसे नेताओं ने जहां महायुति सरकार पर भेदभाव कर विपक्ष की आवाज दबाने का आरोप लगाया है, तो वहीं भाजपा ने पलटवार किया है कि मुंबई वासियों को बंधक बनाने वालों पर ही मामला दर्ज किया गया है।
मतदाता सूची में गड़बड़ी को लेकर महाविकास आघाड़ी ने मनसे के साथ शनिवार को आजाद मैदान में ‘सत्य मोर्चा’ निकाला था। इसके जवाब में भाजपा ने मौन मार्च निकाला था। विपक्ष के मोर्चे के आयोजकों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।
इसे लेकर एनसीपी (एसपी) विधायक रोहित पवार ने सवाल उठाया है कि अगर भाजपा के मोर्चे को अनुमति नहीं थी, तो भाजपा प्रदेश अध्यक्ष रविंद्र चव्हाण के खिलाफ मामला क्यों नहीं दर्ज किया गया? अगर भाजपा के मोर्चे को अनुमति थी, तो हमें अनुमति क्यों नहीं दी गई? क्या गृह विभाग मंत्रालय से नहीं, बल्कि भाजपा कार्यालय से चलता है? यह संदेह अब दूर हो गया है।
मनसे नेता संदीप देशपांडे ने कहा कि हमने सत्य मोर्चा निकालकर विरोध जताया, तो हमारे खिलाफ मामला दर्ज हो गया। लेकिन भाजपा ने मौन मोर्चा निकाला, क्या उस मोर्चे अनुमति थी? क्या उनके खिलाफ मामला दर्ज किया गया? फिर मनसे और महाविकास आघाड़ी पर ही मामला क्यों दर्ज किया गया? इसकी परवाह हम नहीं करते। हम पर ऐसे कई मामले दर्ज हैं।
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भाजपा के मीडिया प्रमुख नवनाथ बन ने पलटवार करते हुए कहा कि विपक्ष सत्ता के लिए जनता को गुमराह कर रहा है। भाजपा का विरोध शांतिपूर्ण था। आम लोगों को कोई परेशानी नहीं हुई। मुंबई वासियों को बंधक बनाने वालों पर ही मामला दर्ज किया गया है। नियम सबके लिए समान है। उन्होंने मंत्री मंगल प्रभात लोढ़ा का इस्तीफा मांगने वाले कांग्रेस नेता सचिन सावंत को चुनौती देते हुए कहा कि क्या कांग्रेस रोहिंग्या और बांग्लादेशियों का समर्थन करती है। शिवसेना (यूबीटी) की नेता सुषमा अंधारे पर हमला बोलते हुए बन ने कहा कि एसआईटी में नहीं, बल्कि अंधारे ताई के दिमाग में गोलमाल हुआ है।