पारुल यूनिवर्सिटी के छात्रों ने किया बुलेट ट्रेन साइट का दौरा
Mumbai News: मुंबई-अहमदाबाद हाई स्पीड रेल (एमएएचएसआर) परियोजना के अंतर्गत चल रहे बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट की साइट पर गुजरात स्थित पारुल विश्वविद्यालय के इंजीनियरिंग छात्रों ने शैक्षणिक दौरा किया। इस दौरान छात्रों ने एफकॉन्स कंपनी द्वारा किए जा रहे सुरंग निर्माण कार्य को प्रत्यक्ष रूप से देखा, जहाँ टीबीएम (टनल बोरिंग मशीन) को शाफ्ट के माध्यम से भूमिगत किया जा रहा है। यह एक अत्यंत जटिल और तकनीकी प्रक्रिया है, जिसे छात्रों ने अनुभव के माध्यम से समझा।
इस दौरे में पारुल विश्वविद्यालय के 30 से अधिक सिविल इंजीनियरिंग छात्रों ने बुलेट ट्रेन परियोजना के सी-2 पैकेज स्थल का अवलोकन किया, जहाँ एफकॉन्स के माध्यम से निर्माण कार्य तीव्र गति से चल रहा है। छात्रों को बड़े पैमाने पर बुनियादी ढाँचा परियोजनाओं की उन्नत इंजीनियरिंग प्रक्रियाओं को समझने का अवसर मिला।
छात्रों को एफकॉन्स इन्फ्रास्ट्रक्चर के वरिष्ठ अधिकारियों, कार्यकारी उपाध्यक्ष संदीप देसाई, चीफ रिस्क ऑफिसर अरुण देवरे, प्रोजेक्ट डायरेक्टर सुनील त्यागी और हेड ऑफ कॉरपोरेट कम्युनिकेशन नरेश शर्मा के साथ बातचीत करने का अवसर मिला। इन विशेषज्ञों ने परियोजना प्रबंधन, इंजीनियरिंग उत्कृष्टता और जोखिम न्यूनीकरण जैसे विषयों पर गहन जानकारी साझा की।
विक्रोली प्रोजेक्ट स्थल पर प्रमुख शाफ्ट का दौरा छात्रों के लिए एक विशेष आकर्षण रहा, जहाँ उन्होंने निर्माण गतिविधियों को नजदीक से देखा और साइट इंजीनियरों से तकनीकी और लॉजिस्टिक चुनौतियों पर चर्चा की। छात्रों ने बताया कि उन्होंने विश्व स्तरीय इंजीनियरिंग तकनीकों को प्रत्यक्ष रूप से समझा और उसकी सराहना की।
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भारत की पहली बुलेट ट्रेन परियोजना के तकनीकी आयामों, निर्माण चुनौतियों और लागू की जा रही नवीनतम तकनीकों को समझने के लिए छात्रों ने व्यापक चर्चा की। उन्होंने कहा कि कक्षा में मिली सैद्धांतिक जानकारी को साइट पर व्यावहारिक रूप में देखना उनके लिए एक दुर्लभ अवसर रहा।