बीएमसी (सोर्स: सोशल मीडिया)
Rabies Free Mumbai: बृहन्मुंबई महानगरपालिका (BMC) ने वर्ष 2030 तक मुंबई को रेबीज मुक्त बनाने का लक्ष्य रखा है। इसके लिए ‘रेबीज उन्मूलन की दिशा में प्रयासों को मजबूत करना’ विषय पर एक बैठक का आयोजन किया गया। इसमें बीएमसी की रेबीज टास्क फोर्स ने रेबीज उन्मूलन को लेकर मंथन किया।
बीएमसी पशु चिकित्सा स्वास्थ्य विभाग द्वारा देवनार बूचड़खाने में बैठक में बीएमसी के स्वास्थ्य संस्थानों में रेबीज टीकाकरण केंद्रों, टीकाकरण और उपचार, टीकाकरण अभियान, रेबीज प्रतिक्रिया दल (आरआरटी), श्वान नियंत्रण इकाइयों (डीसीओ), प्री-एक्सपोजर प्रोफिलैक्सिस (पीआरईपी) आदि की वर्तमान स्थिति और उसके अनुसार आवश्यक तैयारियों पर विचार-विमर्श किया गया।
इसके अलावा ‘रेबीज उन्मूलन की दिशा में प्रयासों को मजबूत करना’ विषय पर एक कार्यशाला भी संपन्न हुई। मुंबई रेबीज उन्मूलन अभियान बृहन्मुंबई नगर निगम और मिशन रेबीज के सहयोग से शुरू की गई एक महत्वाकांक्षी पहल है।
पशु कल्याण सुनिश्चित करने और पशु जनित रोगों के संसर्ग के प्रसार की रोकथाम हेतु, बीएमसी आयुक्त एवं प्रशासक भूषण गगरानी के निर्देशानुसार, अतिरिक्त नगर आयुक्त (शहर) डॉ. अश्विनी जोशी, उपायुक्त (विशेष) चंदा जाधव के मार्गदर्शन में विभिन्न गतिविधियां संचालित की जा रही हैं।
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बैठक में बीएमसी के पशु चिकित्सा स्वास्थ्य विभाग प्रमुख डॉ. कलीमपाशा पठान, हाफकिन संस्थान की सहायक निदेशक डॉ. उषा पद्मनाभन, वेव होप की वरिष्ठ पशु चिकित्सा अधिकारी एवं रेबीज समन्वय अधिकारी डॉ. स्नेहा ताटेलू, पेटा इंडिया के कानूनी सलाहकार एवं निदेशक डॉ. शशिकांत जाधव, सिटीजन के-9 इंडिया के डॉग ट्रेनर मीत अशर, बीएमसी के सहायक चिकित्सा अधिकारी राज मारीवाला, सहायक चिकित्सा अधिकारी मंगेश कुंभारे, सुरेश उछले, गोवा मिशन रेबीज की मेलिसा फिग्रेदो, चिकित्सा अधिकारी डॉ. जुनैद शेख आदि उपस्थित थे।