अंधेरी का स्वप्नक्षय मंडल (pic credit; social media)
BMC Ganesh Gaurav Award 2025: मुंबई में गणेशोत्सव की धूम के बीच बीएमसी ने गुरुवार को ‘श्री गणेश गौरव पुरस्कार प्रतियोगिता 2025’ के नतीजे घोषित कर दिए। इस प्रतियोगिता में 64 सार्वजनिक गणेशोत्सव मंडलों ने भाग लिया और कई मंडलों ने अपनी कलात्मकता व सामाजिक योगदान से सबका दिल जीता।
इस बार का पहला पुरस्कार अंधेरी पश्चिम के सात बंगला स्थित स्वप्नक्षय मित्र मंडल ने अपने नाम किया। मंडल को 75 हजार रुपये और प्रशस्ति पत्र से सम्मानित किया गया। दूसरा स्थान भायखला (पूर्व) के पंगेरिचल सार्वजनिक उत्सव मंडल को मिला, जिसे 50 हजार रुपये और प्रमाण पत्र दिया गया। वहीं, तीसरा पुरस्कार विक्रोली पश्चिम के बालमित्र कला मंडल को (35 हजार रुपये व प्रमाण पत्र) प्रदान किया गया।
कलात्मकता की बात करें तो मालवणी के युवक उत्कर्ष मंडल के लिए मूर्तिकार राजन जाद को सर्वश्रेष्ठ मूर्तिकार का पुरस्कार मिला। बरवेनगर व अखिल भटवाड़ी सार्वजनिक मंडल की शानदार सजावट के लिए कलाकार श्रीकांत साल्वी को सम्मानित किया गया। माहिम स्थित शिवाजी पार्क हाउस मंडल को सर्वश्रेष्ठ शाडू मिट्टी की प्रतिमा का पुरस्कार दिया गया।
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सामाजिक संदेशों पर भी मंडलों ने बाज़ी मारी। दहिसर का श्री श्रद्धा मित्र मंडल अंगदान जागरूकता के लिए सम्मानित हुआ। अंधेरी (पूर्व) का शिवगर्जना तरुण मित्र मंडल और लोअर परेल का श्री ओमसिद्धि विजय मंडल पर्यावरण जागरूकता के लिए चुने गए। धारावी और साकीनाका के मंडलों को प्रोत्साहन पुरस्कार से नवाज़ा गया, जबकि 15 मंडलों को विशेष प्रशंसा प्रमाण पत्र दिए गए।
यह प्रतियोगिता बीएमसी के जनसंपर्क विभाग द्वारा आयोजित की जाती है और इसका उद्देश्य नागरिक सेवाओं व जनहित संदेशों को अधिक प्रभावी ढंग से लोगों तक पहुँचाना है। इस साल इसका 36वाँ संस्करण था और दो चरणों में प्रतियोगिता आयोजित की गई। इसमें थीम, पर्यावरण अनुकूल मूर्तियां, सामाजिक कार्य, स्वच्छता और जागरूकता गतिविधियों को आधार बनाया गया। मुंबई में हर साल गणेशोत्सव सिर्फ धार्मिक उत्सव नहीं, बल्कि सामाजिक संदेश देने का भी बड़ा मंच साबित होता है। इस साल की प्रतियोगिता ने एक बार फिर यह साबित कर दिया।