देवेंद्र फडणवीस और उद्धव ठाकरे (सौजन्य-सोशल मीडिया)
Maharashtra Politics: मुंबई महानगरपालिका (BMC) चुनाव से पहले उद्धव ठाकरे और राज ठाकरे के एक मंच पर आने के बाद महाराष्ट्र की राजनीति में हलचल तेज हो गई है। जहां बालासाहेब ठाकरे के समर्थकों में इसे लेकर उत्साह देखा जा रहा है, वहीं बीजेपी, अजित पवार गुट और कांग्रेस समेत कई दल इस गठबंधन पर सवाल उठा रहे हैं। इस पर मुख्यमंत्री का बड़ा बयान सामने आया है। उन्होंने उद्धव को धर्म विरोधी बताया है।
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा, “सत्ता के लालच में उद्धव ठाकरे और उनकी सेना ‘UBT’ ने राज्य को जिनके हवाले किया है, उससे उनका असली चेहरा और चरित्र सामने आ गया है। अगर वे सिर्फ़ वोट पाने की राजनीति के लिए ऐसे लोगों से गठबंधन करते हैं जो देश विरोधी, धर्म विरोधी, इंसानियत विरोधी गतिविधियों में शामिल हैं, तो जनता उन्हें करारा जवाब देगी।”
#WATCH | Mumbai | Maharashtra Chief Minister Devendra Fadnavis says, “The true face and character of Uddhav Thackeray and his army ‘UBT’ has been revealed by whom they handed over the state to in their greed for power. If they ally (in coalition) with people who engage in… pic.twitter.com/iCnUrsZaYK — ANI (@ANI) December 26, 2025
उद्धव ठाकरे ने यह भी आरोप लगाया कि मुंबई को नुकसान पहुंचाने की सोच रखने वाले लोग दिल्ली में बैठे हैं। उन्होंने कहा कि ठाकरे बंधु किसी सत्ता स्वार्थ के लिए नहीं, बल्कि अपने कर्तव्य के तहत साथ आए हैं और साथ बने रहेंगे।
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सीएम देवेंद्र फडणवीस ने कहा, “ज़फ़रनामा एक ऐतिहासिक दस्तावेज़ है जो न सिर्फ़ मुगलों के अत्याचारों को रिकॉर्ड करता है, बल्कि यह भी दिखाता है कि गुरु ने किस मज़बूत लेकिन गरिमापूर्ण तरीके से उनका जवाब दिया।”
Mumbai, Maharashtra: CM Devendra Fadnavis says, “The Zafarnamah is a historic document that not only records the atrocities of the Mughals but also shows the firm yet dignified way in which Guru responded to them… Regarding the situation in Bangladesh, we stand with the Hindus… pic.twitter.com/DUqEYbN09m — IANS (@ians_india) December 26, 2025
सीएम फडणवीस ने आगे कहा बांग्लादेश की स्थिति के बारे में, हम वहां के हिंदुओं के साथ हैं, और पूरा देश उनके साथ खड़ा है। मुझे लगता है कि अगर अंतरराष्ट्रीय समुदाय इस मुद्दे पर चुप रहता है, तो इससे पता चलेगा कि वे निष्पक्षता और धर्मनिरपेक्षता जैसे सिद्धांतों को बनाए रखने में कितने सेलेक्टिव हैं। हालांकि, मुझे विश्वास है कि हमारे प्रधानमंत्री के नेतृत्व में, हमारी सरकार बांग्लादेश में हिंदुओं की सुरक्षा और हिफ़ाज़त सुनिश्चित करेगी।