संजय राउत, केशव उपाध्ये
Nashik News: महाराष्ट्र में कुछ माओवादी विचारधारा से प्रभावित नेता राज्य और देश को स्थिर और सुखमय नहीं देखना चाहते। वे हमेशा अराजकता फैलाने की कोशिश में रहते हैं। हाल ही में नेपाल की घटना का हवाला देते हुए संजय राउत ने कहा था कि ऐसा ही कुछ भारत में भी हो सकता है। इस बयान पर भाजपा प्रवक्ता केशव उपाध्ये ने पलटवार किया।
उन्होंने कहा कि मराठा आरक्षण आंदोलन के दौरान भी कई लोग सिर्फ राजनीतिक फायदा उठाने की ताक में बैठे थे। लेकिन मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने मराठा समाज की वर्षों से लंबित मांग को मान्य कर आरक्षण दिया और विरोधियों को मौका नहीं मिलने दिया।
नाशिक में आयोजित पत्रकार परिषद में उपाध्ये ने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा वस्तु एवं सेवा कर (GST) की संरचना में किया गया सुधार अब तक का सबसे बड़ा और लाभकारी कदम है। इसके लागू होने पर देश की अर्थव्यवस्था को गति मिलेगी, व्यापार को बढ़ावा मिलेगा और नए रोजगार के अवसर पैदा होंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लालकिले से घोषणा की थी कि जीएसटी व्यवस्था का उद्देश्य आम लोगों का जीवन आसान करना और अर्थव्यवस्था को मजबूती देना है। जीएसटी परिषद ने सर्वसम्मति से इस प्रस्ताव को मंजूरी देकर प्रधानमंत्री के संकल्प को बल दिया है।
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संजय राउत के पाकिस्तान से क्रिकेट खेलने पर दिए गए बयान पर भी उन्होंने हमला बोला। उपाध्ये ने कहा कि यदि राउत को इतनी आपत्ति है तो पहले मातोश्री में वह कुर्सी बाहर निकालकर जलाएं, जिस पर कभी जावेद मियांदाद बैठा था, और फिर देशभक्ति का पाठ पढ़ाएं।
उन्होंने कहा कि देश के संविधान पर चोट करने का काम इंदिरा गांधी ने किया था और जनता ने उन्हें सबक सिखाया। आज भी जो लोग संविधान का अपमान कर अराजकता फैलाने की बात कर रहे हैं, उन्हें आने वाले चुनाव में जनता कड़ा सबक सिखाएगी।