ठाकरे बंधु और सीएम फडणवीस (सौजन्य-IANS एक्स)
Maharashtra Politics: महाराष्ट्र में मराठी के मुद्दे पर करीब आए पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और उनके चचेरे भाई राज ठाकरे ने अब आगामी मुंबई मनपा सहित अन्य निकायों के चुनाव साथ मिल कर लड़ने के संकेत दे दिए हैं। दोनों भाइयों के साथ आने से उद्धव की शिवसेना (यूबीटी) और राज की महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) के कार्यकर्ता व समर्थक उत्साहित हैं।
समर्थकों के इस उत्साह को बढ़ाने और अपने रिश्ते को और प्रगाढ़ बनाने के लिए मनसे और शिवसेना ने बेस्ट एंप्लाइज को-ऑप क्रेडिट सोसायटी का चुनाव भी युति में लड़ने का निर्णय लिया है। लेकिन महाराष्ट्र की राजनीति में उद्धव-राज के फिर से पांव जमाने के प्रयासों को नाकाम करने के लिए अब बीजेपी भी सक्रिय हो गई है। इससे ‘बेस्ट चुनाव’ दिलचस्प हो गया है।
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में रिकॉर्ड 132 सीटों पर जीत हासिल करने के बाद मुंबई महानगरपालिका बीजेपी का अगला टारगेट बन गई है। मुंबई मनपा में पहली अपना महापौर बैठाकर मुंबई से ठाकरे परिवार के वर्चस्व को खत्म करने के लिए बीजेपी में जोरदार तैयारी चल रही है। तो वहीं पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे भी बीजेपी के मंसूबों को भांप चुके हैं।
यही वजह है कि उद्धव, महाराष्ट्र खासकर मुंबई में ठाकरे ब्रांड को बचाने के लिए अपने चचेरे भाई राज ठाकरे की महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) से मनोमिलन को सहजता पूर्वक तैयार हो गए हैं। ठाकरे बंधु ‘उत्कर्ष पैनल’ बनाकर बेस्ट एंप्लाइज को-ऑप क्रेडिट सोसायटी के चुनाव में उतरे हैं। तो वहीं ठाकरे बंधुओं के इस पहले प्रयास नाकाम करके दोनों के समर्थक कार्यकर्ताओं को मनोबल तोड़ने के लिए बीजेपी ने ‘सहकार समृद्धि पैनल’ को मैदान में उतार दिया है। दोनों पैनलों में कांटे की टक्कर होने की संभावना व्यक्त की जा रही है।
18 अगस्त 2025 को होने वाले ‘बेस्ट चुनाव’ में कुल 21 सीटों के लिए चुनाव होने हैं। इनमें ठाकरे की बेस्ट कामगार सेना ने 19 तो वहीं मनसे ने 2 उम्मीदवारों को मैदान में उतारा है। उद्धव-राज के उत्कर्ष पैनल ने सामान्य वर्ग से सारंग उमेश श्रीधर, कोंडे प्रशांत वसंत, वारिसे रवींद्र राजाराम, इंदप मधुकर दिनकर, राजगुरु अशोक शंकर, टुकरूल महेश मोहन, माली स्वामी हनुमंत, पवार जितेंद्र दत्तात्रेय, हरयाण अविनाश सुरेश, लोखंडे सुकुमार विष्णु, तलपड़े किशन मारुति, सुर्वे शिवाजी रामचंद्र, गोरे राजेश काशीनाथ, मांढरे नीलेश प्रकाश, संगम काशीनाथ बलराम, राऊत नरेंद्र दत्तात्रेय को उम्मीदवार बनाया है।
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इसी तरह महिला आरक्षित वर्ग से बबीता अजित पवार, सीमा गिरीश मानकामे, ओबीसी वर्ग से रेडीज नितिन मनोहर, एससीएसटी वर्ग से मोहिते शैलेश जयराम, वीजेएनटी से बंडगर महादेव सोपान को उम्मीदवार बनाया है।
दूसरी तरफ ठाकरे बंधुओं की एकजुटता को बेअसर करने के लिए मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने राज्य बीजेपी के अपने तो प्रमुख सिपाहसालारों को मैदान में उतार दिया है। सीएम फडणवीस ने अपने विश्वास पात्र विधायक प्रसाद लाड एवं प्रवीण दरेकर को बेस्ट चुनाव में ठाकरे बंधुओं के मंसूबों पर पानी फेरने की जिम्मेदारी सौंपी है। लाड और दरेकर के चुनाव मैदान में कूदने से बेस्ट चुनाव को मुंबई महानगर पालिका चुनाव का ट्रायल कहा जा रहा है।
बेस्ट, मुंबई महानगर पालिका का ही एक उपक्रम है, जो कि मुंबई महानगर में सार्वजनिक परिवहन सेवा (बेस्ट बसों) संचालित करता है। बेस्ट के ज्यादातर कर्मचारी मराठी भाषी ही हैं। इसलिए इस चुनाव में उन अटकलों की परीक्षा होगी, जिनमें कहा जा रहा था कि राज उद्धव के साथ आने से मराठी वोटों का ध्रुवीकरण होगा। ऐसा भी कहा जा रहा है कि दिपावली के बाद संभावित मुंबई महानगर पालिका के चुनाव से पहले हो रहा ‘बेस्ट’ का यह चुनाव राज-उद्धव के लिए लिटमस टेस्ट भी साबित हो सकता है।