अजित पवार (सौजन्य-एक्स)
Ajit Pawar and NCP: महाराष्ट्र स्थानीय निकायों के चुनावों की पृष्ठभूमि में महायुति सरकार में शामिल उप मुख्यमंत्री अजित पवार अपनी पार्टी के नेताओं में नई ऊर्जा भरने के लिए मैराथन समीक्षा बैठकें कर रहे हैं। इसी दौरान डीसीएम अजित पार्टी के मंत्रियों, विधायकों, नेताओं एवं पदाधिकारियों के काम की समीक्षा कर रहे हैं।
मुंबई में इसी संदर्भ में आयोजित बैठक के दौरान उन्होंने विधायकों और कुछ मंत्रियों के निराशाजनक प्रदर्शन के बारे में खुलकर नाराजगी व्यक्त की। खासकर नाशिक जिले से संबंध रखने वाले मंत्री छगन भुजबल, माणिकराव कोकाटे एवं नरहरी झिरवल के संबंध में व्यक्त की गई अजित की नाराजगी बुधवार को महाराष्ट्र के सियासी गलियारे में चर्चा का विषय बन गई।
राज्य चुनाव आयोग ने मंगलवार को महाराष्ट्र में स्थानीय निकायों के चुनावों का शंखनाद कर दिया। इसी के साथ राज्य के सियासी दलों ने अपनी चुनावी तैयारी तेज कर दी है। मुंबई में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के मंत्रियों और प्रमुख नेताओं अजित पवार की एक बैठक हुई। बैठक में आगामी चुनावों और महायुति पर मंथन किया गया लेकिन इस दौरान कुछ पदाधिकारियों ने मंत्रियों एवं विधायकों के निष्क्रियता की शिकायत की।
इसके बाद डीसीएम ने संबंधित मंत्रियों का नाम लेकर नाराजगी जताई। नाशिक जिले से ताल्लुक रखने वाले मंत्रियों पर कटाक्ष करते हुए उन्होंने कहा कि जिले में 3 मंत्री हैं लेकिन पार्टी के लिए तीनों अनुपयोगी सिद्ध हुए हैं। इन्होंने जिले में पार्टी के विकास के लिए कोई काम नहीं किया है।
नाशिक जिले से एनसीपी (अजित पवार) के 3 मंत्री है। मंत्री छगन भुजबल, खेल मंत्री माणिकराव कोकाटे और खाद्य एवं औषधि प्रशासन मंत्री नरहरी झिरवल, बीमार होने की वजह से भुजबल तो बैठक में नहीं आए थे लेकिन कोकाटे और झिरयल से अजित ने पूछ लिया कि उन्होंने पार्टी के विकास के लिए कौन-सा कार्यक्रम आयोजित किया था या कार्यकर्ताओं के बुलावे पर किन कार्यक्रमों में शामिल हुए थे? क्या कार्यकर्ताओं और मंत्रियों के बीच समन्वय था? इस दौरान पवार ने मंत्री कोकाटे पर तीखी नजर डालते हुए सभी मंत्रियों के बारे में नाराजगी व्यक्त की।
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एनसीपी के वरिष्ठ नेता छगन भुजबल राज्य के खाद्य और नागरिक आपूर्ति मंत्री हैं तो माणिकराव कोकाटे खेल मंत्री और नरहरी झिरवल के पास खाद्य एवं औषधि प्रशासन जैसा महत्वपूर्ण विभाग है। इसके अलावा मंत्री कोकाटे नंदुरबार जिले के पालक मंत्री हैं तथा मंत्री झिरवल हिंगोली जिले के पालक मंत्री हैं।
स्थानीय पदाधिकारियों की शिकायत थी कि ये मंत्री अपने जिले में आते ही नहीं हैं। इस पर अजित ने खेद व्यक्त करते हुए गुस्से में कहा कि आपसे पार्टी को क्या लाभ मिल रहा है? उन्होंने मंत्रियों और नेताओं को फटकार लगाते हुए कहा कि अब कम से कम आप निकाय चुनाव के दौरान तो सक्रिय होकर काम करेंगे, हम आपसे ऐसी उम्मीद करते हैं।