भाईंदर में जनता के लिए खुला शौचालय (pic credit; social media)
Public Toilets in Bhayander: भाईंदर पश्चिम के गणेश देवल नगर झोपड़पट्टी परिसर में वर्षों से लंबित शौचालय समस्या आखिरकार हल हो गई है। लंबे समय से नागरिक खुले में शौच करने को मजबूर थे और प्रशासन की लापरवाही पर आक्रोश जताते रहे। गुरुवार को राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरदचंद्र पवार गुट) की ओर से जिलाध्यक्ष एडवोकेट विक्रम तारे पाटिल और कार्याध्यक्ष गुलाम नबी फारुकी के नेतृत्व में मीरा-भाईंदर महानगरपालिका मुख्यालय पर विशाल मोर्चा निकाला गया।
स्थानीय नागरिकों का कहना था कि कई वर्ष पहले यहां का शौचालय तोड़ दिया गया था, जिसके बाद से लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा था। महिलाओं और बच्चों को सुबह-सुबह खुले में शौच के लिए मजबूर होना पड़ता था। वहीं, टूटे-फूटे शौचालयों में उपयोग करने के लिए घंटों लंबी कतार लगानी पड़ती थी। इस गंभीर समस्या को लेकर नागरिक लगातार आवाज उठा रहे थे, लेकिन मनपा प्रशासन की उदासीनता के कारण समाधान नहीं हो पा रहा था।
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राकांपा (शरद गुट) ने इस समस्या को लेकर प्रशासन पर दबाव बनाया। मोर्चे में बड़ी संख्या में महिलाएं और नागरिक शामिल हुए और उन्होंने मनपा अधिकारियों को चेतावनी दी कि यदि जल्द समाधान नहीं किया गया तो आंदोलन और उग्र होगा। नागरिकों की इस नाराजगी और पार्टी के दबाव के बाद प्रशासन हरकत में आया। तत्काल निर्णय लेते हुए मनपा ने नया निर्मित शौचालय जनता के उपयोग के लिए खोल दिया।
गणेश देवल नगर के नागरिकों ने राहत की सांस लेते हुए राकांपा नेताओं का आभार व्यक्त किया। उनका कहना है कि वर्षों से जिस समस्या का हल नहीं हो पा रहा था, वह आंदोलन की ताकत से आखिरकार हल हो गया। अब स्थानीय लोगों को सम्मानजनक तरीके से शौचालय की सुविधा मिल सकेगी और महिलाओं-बच्चों की परेशानियों का अंत होगा।
यह घटना एक बार फिर साबित करती है कि जब जनता संगठित होकर आवाज उठाती है तो प्रशासन को झुकना ही पड़ता है। अब गणेश देवल नगर के लोग उम्मीद कर रहे हैं कि भविष्य में ऐसी बुनियादी सुविधाओं की समस्या दोबारा न खड़ी हो।