मनोज जरांगे व छगन भुजबल (सोर्स: साेशल मीडिया)
जालना: मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और महाराष्ट्र के मंत्री व ओबीसी नेता दगन भुजबल से मराठा आंदाेलनकारी मनोज जरांगे कुछ ज्यादा ही खफा रहते हैं। छगन भुजबल को फिर से मंत्री बनाए जाने के बाद मनोज जरांगे सीएम फडणवीस पर भड़क गए हैं। उन्होंने सीएम पर बड़ा आरोप लगा दिया है।
मनोज जारांगे ने आरोप लगाते हुए कहा कि मराठा आरक्षण का विरोध करने के लिए ही फडणवीस ने भुजबल को फिर से मंत्री बनाया है। उन्होंने ये भी आरोप लगाया कि भुजबल को आगे करके फडणवीस डिप्टी सीएम अजित पवार के खिलाफ साजिश रच रहे हैं।
मराठा कार्यकर्ता जरांगे ने सीएम फडणवीस से सवाल पूछते हुए कहा कि ऐसा कौन सा संकट आ गया था जिसकी वजह से छगन भुजबल को मंत्री बनाना पड़ा? इस निर्णय से फडणवीस की मराठा समुदाय के प्रति दुर्भावना एक बार फिर से उजागर हुई है। उन्होंने कहा कि फडणवीस ओबीसी और मराठा दोनों समुदायों को धोखा दे रहे हैं।
मराठा समुदाय के लिए आरक्षण की मांग कर रहे कार्यकर्ता मनोज जरांगे एक बार फिर से आंदोलन करने का ऐलान कर दिया है। उन्होंने रविवार को कहा कि वह आंदोलन को फिर से तेज करने के लिए 29 अगस्त को मुंबई तक मार्च करेंगे।
सरकारी नौकरियों और शिक्षा में राजनीतिक रूप से प्रभावशाली समुदाय के लिए आरक्षण की मांग को लेकर कई बार भूख हड़ताल कर चुके जरांगे जिले की अंबड़ तहसील के महाकाल गांव में बोल रहे थे। उन्होंने समुदाय के सदस्यों से मुंबई में 12 से 13 दिनों तक चलने वाले प्रदर्शन के लिए तैयार रहने का आग्रह किया।
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कार्यकर्ता मराठों को कुनबी के रूप में मान्यता देकर अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) कोटे के तहत आरक्षण की मांग कर रहे हैं। कुनबी कृषि समुदाय है, जिसे ओबीसी आरक्षण का लाभ प्राप्त है। जरांगे ने कहा कि मेरा स्वास्थ्य खराब हो रहा है, लेकिन जब तक हमें आरक्षण नहीं मिल जाता, मैं नहीं मरूंगा। उन्होंने कहा कि हम मुंबई तक मार्च करेंगे और हम खाली हाथ वापस नहीं आएंगे।