
अमोल मिटकरी (फाइल फोटो)
मुंबई : महाराष्ट्र में आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर तैयारियां शुरू हो गई है। महाविकास अघाड़ी और महायुति के नेताओं के सीटों के बंटवारे को लेकर बयान आने भी शुरू हो गए हैं। महाराष्ट्र विधानसभा में सीटों की कुल संख्या 288 हैं। प्रदेश के चुनाव में सभी अधिक से अधिक सीटों पर चुनाव लड़ना चाहता है। इस बीच, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के नेता अमोल मिटकरी के एक बयान से कई अटकले लगाई जा रही है। उन्होंने कहा कि अगर प्रत्येक घटक 100-100 सीट की मांग पर अड़ा रहता हैं तो आगामी महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में महायुति के सदस्य स्वतंत्र रूप से लड़ेंगे।
अमोल मिटकरी ने एक कार्यक्रम के दौरान कहा कि 288 सीट वाली महाराष्ट्र विधानसभा में 100-100 सीट की मांग अव्यावहारिक है। अगर प्रत्येक घटक इस मांग पर अड़ा रहता हैं तो आगामी महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में महायुति के सदस्य स्वतंत्र रूप से लड़ेंगे। महायुति गठबंधन में भारतीय जनता पार्टी, मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना और उपमुख्यमंत्री अजित पवार के नेतृत्व वाली राकांपा शामिल है।
विधान पार्षद एवं एनसीपी के प्रवक्ता मिटकरी ने कहा, “अगर हर घटक दल आगामी विधानसभा चुनावों में 100-100 सीट पर चुनाव लड़ने की मांग पर अड़ा रहता है, तो पार्टियों को अलग-अलग चुनाव लड़ना पड़ेगा। 288 सीट वाली विधानसभा के लिए सिर्फ 55 सीट की पेशकश पार्टी के लिए अस्वीकार्य होगी।”
विधान परिषद में भाजपा के विधायक दल के नेता प्रवीण दारेकर ने अमोल मिटकरी के बयान पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि मिटकरी पर उनकी पार्टी के वरिष्ठ नेताओं को लगाम कसनी चाहिए। पार्टी प्रमुख या प्रदेश अध्यक्ष को यह स्पष्ट करना चाहिए कि मिटकरी को इस तरह की टिप्पणी करने का अधिकार है या नहीं। सीट बंटवारे पर शीर्ष नेताओं के बीच चर्चा होगी।






