मंत्री उदय सामंत और अंबादास दानवे (डिजाइन फोटो)
मुंबई: कॉमेडियन कुणाल कामरा की ओर से शिवसेना नेता और उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे पर किए गए कटाक्ष को लेकर महाराष्ट्र विधानमंडल के दोनों सदनों में सोमवार को जबरदस्त हंगामा हुआ और कार्यवाही कई बार स्थगित करनी पड़ी। विधानसभा में शिवसेना सदस्यों ने शिंदे को ‘गद्दार’ बताने वाले ‘स्टैंड-अप कॉमेडियन’ कामरा के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की। शिवसेना के अर्जुन खोटकर ने सदन में यह मुद्दा उठाया और मंत्री शंभुराज देसाई ने उनका समर्थन किया।
जब दोपहर बाद सत्ता पक्ष के सदस्य नारेबाजी करते हुए अपने स्थानों पर खड़े हो गए, तो अध्यक्ष राहुल नार्वेकर ने कार्यवाही पांच मिनट के लिए स्थगित कर दी। वहीं, विधान परिषद में सत्तापक्ष एवं विपक्ष के सदस्यों के बीच तीखी नोकझोंक हुई। इसके बाद सदन की कार्यवाही पहले 10 मिनट के लिए, फिर 15 मिनट और फिर आधे घंटे के लिए स्थगित की गई।
विधान परिषद में विपक्ष के नेता और शिवसेना (यूबीटी) के विधायक अंबादास दानवे ने राज्य में बिगड़ती कानून-व्यवस्था का मुद्दा उठाते हुए खार स्थित एक रिकॉर्डिंग स्टूडियो में शिवसेना कार्यकर्ताओं की ओर से की गई तोड़फोड़ का जिक्र किया।
उन्होंने सवालिया लहजे में कहा कि सत्तारूढ़ गठबंधन के समर्थक राज्य में कानून-व्यवस्था की स्थिति पैदा कर रहे हैं। वे सामाजिक सौहार्द बिगाड़ रहे हैं। इन लोगों के खिलाफ कार्रवाई क्यों नहीं की जाती है? उन्होंने ने कहा कि विपक्ष कामरा की टिप्पणियों का समर्थन नहीं करता है, लेकिन अभिव्यक्ति की आजादी का सम्मान किया जाना चाहिए।
अंबादास दानवे ने कहा कि हम कामरा का समर्थन नहीं करते। अगर उन्होंने कोई गलती की है, तो उनके खिलाफ कानून के तहत उचित कार्रवाई की जा सकती है।
दानवे की टिप्पणियों पर महाराष्ट्र के उद्योग मंत्री उदय सामंत ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने दावा किया कि कामरा कांग्रेस नेता राहुल गांधी के नेतृत्व वाली ‘भारत जोड़ो यात्रा’ में शामिल हुए थे। सामंत ने कहा कि जब वही कामरा हमारे नेता का अपमान करते हैं, तो इसका क्या मतलब है? कामरा ने अपने वीडियो में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, आनंद महिंद्रा जैसे वरिष्ठ उद्योगपतियों और यहां तक कि उच्चतम न्यायालय का भी अपमान किया है।
महाराष्ट्र की अन्य खबरें पढ़ने के लिए इस लिंक पर क्लिक करें
मंत्री सामंत ने कहा कि कामरा अगर दानवे या उद्धव ठाकरे के खिलाफ इसी तरह की टिप्पणी करते हैं, तो हम अपने राजनीतिक मतभेदों को अलग रखेंगे और आपका बचाव करेंगे। दानवे ने कहा कि वह कामरा का समर्थन नहीं कर रहे हैं, बल्कि ‘‘सत्ता में बैठे दलों के सामाजिक सद्भाव बिगाड़ने का विरोध कर रहे हैं।