कार्यक्रम में मौजूद राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, राज्यपाल सी.पी. राधाकृष्णन व मंत्री अदिति तटकरे
लातूर: महाराष्ट्र के दौरे पर आईं देश की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू बुधवार को लातूर पहुंचीं। वहां भव्य बुद्ध विहार का उद्घाटन करने के बाद उन्होंने ‘शासन आपल्या दारी’ एवं ‘मुख्यमंत्री माझी लाडकी बहीण’ योजना के लाभार्थियों से संवाद साधा। इस दौरान महामहिम ने थाईलैंड से लाई गई बुद्ध प्रतिमा और मनोहारी बुद्ध विहार को डिजाइन करने के लिए मंत्री संजय बनसोडे को हार्दिक बधाई दी और कहा कि भारतरत्न डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर के विचारों से प्रेरित होकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में महाराष्ट्र में महिला सशक्तिकरण का एक नया युग शुरू हुआ है। इस मौके पर राज्य के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे एवं उप मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस भी मौजूद थे।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा कि केंद्र सरकार के ‘लखपति दीदी’ अभियान के तहत महाराष्ट्र ने भी पहले चरण में 25 लाख और फिर 1 करोड़ ‘लखपति दीदी’ बनाने का महत्वाकांक्षी लक्ष्य रखा है। महाराष्ट्र में भी ‘लेक लाडकी’, एसटी बस टिकटों में 50% की छूट, 3 सिलेंडर मुफ्त देने का फैसला और अब ‘मुख्यमंत्री माझी लाडकी बहीण’ (लाडली बहन) याेजना जैसी कई योजनाएं महिला सशक्तिकरण की दिशा में सरकार के कदम को रेखांकित कर रही हैं।
यह भी पढ़ें:– ‘पवार से कोई बैर नहीं, समरजीत की खैर नहीं’, हसन मुश्रीफ ने दी चेतावनी
राष्ट्रपति ने कहा कि भारतरत्न डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर ने भगवान बुद्ध के धम्म का पालन किया और जनता को समानता, भाईचारा और पंचशील की शिक्षा का संदेश देकर समाज को मजबूत करने का काम किया। यह भगवान बुद्ध की ही शिक्षा है, जिसे दुनिया के कई उन्नत देशों ने अपनाया है। बाबासाहेब ने विश्व का सर्वोत्तम संविधान भी बनाया। उन्होंने समानता और बंधुत्व के सिद्धांत के आधार पर यह किया है और जब तक सूर्य और चंद्रमा हैं, इसे कोई नहीं बदल सकता।
यह भी पढ़ें:– शादी का झांसा देकर करते थे ठगी, धुले पुलिस ने नकली दुल्हन समेत गिरोह को किया गिरफ्तार
राष्ट्रपति मुर्मू ने महिलाओं से अपने परिवार की देखभाल के साथ-साथ अपने स्वास्थ्य का भी ध्यान रखने को कहा। उन्होंने कहा कि ‘‘अगर आप समृद्ध होंगी और स्वस्थ रहेंगी तो देश विकास और प्रगति करेगा।” राष्ट्रपति ने कहा कि ‘‘पुरुषों को महिलाओं की क्षमता को समझना चाहिए और उन्हें उनके सपनों तथा आकांक्षाओं को हासिल करने में मदद करनी चाहिए।” उन्होंने कहा कि देश के कार्यबल में महिलाओं की भागीदारी बढ़ रही है।