IIT बॉम्बे
मुंबई: IIT बॉम्बे इंस्टीट्यूट में 14 दिन तक छिपकर फर्जी डॉक्यूमेंट्स की एंट्री करने वाले युवक को मुंबई क्राइम ब्रांच ने गिरफ्तार कर लिया है। युवक का नाम बिलाल अहमद तेली (22) है। पुलिस ने बिलाल को क्राइम ब्रांच ने चीटिंग, फोर्जरी, इंपरसोनेशन और ट्रेसपासिंग जैसी संगीन धाराओं के तहत गिरफ्तार किया है। बिलाल से मुंबई पुलिस, मुंबई क्राइम ब्रांच, महाराष्ट्र ATS, और IB अधिकारियों ने पूछताछ की। जांच के दौरान क्राइम ब्रांच ने पाया कि बिलाल ने कुछ फर्जी डॉक्यूमेंट्स बनाये थे, जिसका इस्तेमाल वो कैम्पस में कर रहा था।
बिलाल ने बहुत से डेटा उसके मोबाइल फोन से डिलीट किये हैं, जिसे साइबर लैब की मदद से रिट्रीव करने की कोशिश की जा रही है। बिलाल को गुरुवार (26 जून) को कोर्ट में पेश किया गया, जहां उसे कोर्ट ने 14 दिनों की पुलिस कस्टडी में भेज दिया है।
एक अधिकारी ने बताया की पूछताछ में आरोपी ने खुलासा किया कि वह इससे पहले यानी कि पिछले साल भी IIT बॉम्बे कैंपस में करीब एक महीने तक रहा था। लेकिन, उस समय किसी की नजर उसपर नही पड़ी। बिलाल ने एजेंसियों को बताया कि उसका टेक्नोलॉजी में इंटरेस्ट है। इसके लिए उसने कई लेक्चर में हिस्सा लिया। बिलाल ने 12वीं की पढ़ाई के बाद 6 महीने का सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट का कोर्स किया था।
करीब एक महिने से कर रहा था फर्जी एंट्री
पुलिस ने बताया कि बिलाल के पिता का गारमेंट का बिजनेस है। उन्हें कोविड के दौरान भारी नुकसान हुआ था, लेकिन अब भी वो अपना बिजनेस कर रहे हैं। पुलिस को जांच के दौरान तेली के मोबाइल फोन से सिग्नल और IMO जैसे ऐप्स मिले हैं। पुलिस को दिए बयान में उसने कहा की उसने कैंपस के कई वीडियो बनाए थे और वो उन वीडियो को अपने सोशल मीडिया चैनल पर पोस्ट करने वाला था। IIT बॉम्बे के सुरक्षा और सतर्कता विभाग की शिकायत पर पवई पुलिस ने मामला दर्ज किया है। मामला तब सामने आया जब 4 जून को क्रेस्ट विभाग की अधिकारी शिल्पा कोटिकल ने एक संदिग्ध व्यक्ति को अपने कार्यालय में प्रवेश करते देखा। पूछताछ करने पर वह भाग गया।
CCTV फुटेज से हुई पहचान
CCTV फुटेज की मदद से संदिग्ध की पहचान की गई और IIT की क्विक रिस्पॉन्स टीम को अलर्ट किया गया। 17 जून को दोपहर 4 बजे के करीब वह फिर दिखा, जब वह लेक्चर हॉल LH-101 में छात्रों के बीच बैठा था, जहां से सुरक्षा गार्ड ने उसे पकड़ लिया. पूछताछ में तेली ने बताया कि वह 2 जून से 7 जून तक और फिर 10 जून से 17 जून तक कैंपस के अलग अलग हॉस्टलों में रुका था.