खस्ताहाल पगडंडी से ग्रामीण परेशान (सौजन्य: सोशल मीडिया)
Gondia Road: गोंदिया जिले के अनेक ग्रामीण क्षेत्र की कई मुख्य सड़कें गड्ढों में तब्दील हो गई हैं और यह समझना मुश्किल हो गया है कि सड़कों में गड्ढे है या गड्ढों में सड़कें हैं। इसी तरह पगडंडी सड़क की खराब हालत के कारण कृषि विकास पर भी असर पड़ रहा है। पगडंडी सड़कों के विकास की सरकार की योजनाएं सिर्फ कागजों पर ही नजर आ रही हैं, इसलिए प्रशासन व जनप्रतिनिधियों को इस पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है।
केंद्र सरकार और राज्य सरकार ने नागरिकों के लिए शासन आपके द्वार, मेरी मिट्टी मेरा देश जैसी कई उपक्रम लागू किए हैं। इसका कितना फायदा हुआ यह तो सरकार और नागरिक ही जानें। ग्रामीण निवासियों के लिए खेतों तक जाने वाली पगडंडी सड़कें, शहर और पड़ोसी गांवों को जोड़ने वाली मुख्य सड़कें हैं। फसलों की रखवाली, पानी देने के लिए रात-रात भर खेतों में जाना पड़ता है।
इसके अलावा, अगर कोई रात में बीमार पड़ जाता है, तो उसे इलाज के लिए पड़ोस के किसी बड़े गांव या शहर के अस्पताल में आना पड़ता है। लेकिन कृषि सड़कों के साथ-साथ ग्रामीण सड़कें अभी भी सरकार द्वारा उपेक्षित हैं।
पगडंडी मार्ग की हालत खराब होने से किसानों के साथ ही ग्रामीणों को अनेक परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। सरकार ने पगडंडी मार्ग योजना का नाम बदलकर मातोश्री ग्राम समृद्धि खेत पगडंडी मार्ग योजना कर दिया है।
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लेकिन यह योजना भी अन्य योजनाओं की तरह कागजों में ही सिमट कर रह जाने के कारण आज भी पगडंडी मार्गों की समस्या का समाधान नहीं हो सका है। तहसील में सड़क को लेकर प्रशासन की उदासीनता के कारण ग्रामीण इलाकों में पगडंडी सड़क की समस्या का समाधान नहीं हो पाया है।