जिला नियोजन समिति की बैठक में मौजूद पालकमंत्री बाबासाहेब पाटिल व अन्य (फोटो नवभारत)
Gondia District Planning Committee Meeting: गोंदिया जिले में विकास कार्यों के लिए जिला नियोजन समिति द्वारा विभिन्न विभागों की कार्यान्वयन यंत्रणाओं को निधि वितरित की जाती है। राज्य के सहकारिता मंत्री व जिले के पालकमंत्री बाबासाहेब पाटिल ने नए जिला नियोजन भवन में आयोजित नियोजन समिति की बैठक में जिला विकास निधि का समय पर व्यय करने और गुणवत्तापूर्ण कार्य करने के निर्देश दिए। वर्ष 2025-26 के लिए 407 करोड़ रुपए प्रस्तावित किए गए हैं।
जिलाधीश कार्यालय परिसर में स्थित नियोजन भवन में पालकमंत्री की अध्यक्षता में जिला नियोजन समिति की समीक्षा बैठक आयोजित हुई। जिसमें वे बोल रहे थे।
इस अवसर पर सांसद डॉ. प्रशांत पडोले व डॉ. नामदेव किरसान, विधायक डॉ. परिणय फुके, डॉ. अभिजीत वंजारी, विनोद अग्रवाल, विजय रहांगडाले, राजकुमार बडोले व संजय पुराम, जिप अध्यक्ष लायकराम भेंडारकर, जिलाधीश प्रजीत नायर, जिप सीईओ मुरुगानंथम, जिला नियोजन अधिकारी सुनील धोंगड़े और विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।
पालकमंत्री ने बताया कि गोंदिया जिले के लिए वर्ष 2025-26 के लिए 407 करोड़ प्रस्तावित किए गए हैं। इसमें जिला वार्षिक सामान्य योजना के लिए 298 करोड़, आदिवासी उप योजना के लिए 50.1398 करोड़, गैर-आदिवासी नियोजन योजना के लिए 12.6664 करोड़ रुपए और अनुसूचित जाति उप योजना के लिए 46 करोड़ रुपए की निधि आवंटित की गई हैं।
वित्तीय वर्ष 2024-25 में जिला वार्षिक सामान्य योजना के लिए 265 करोड़ रुपए, आदिवासी नियोजन योजना के लिए 48।8437 करोड़, गैर-आदिवासी उप योजना के लिए 9.0669 करोड़ और अनुसूचित जाति उप योजना के लिए 46 करोड़ रुपए की निधि प्रस्तावित की गई थी। प्रस्तावित निधि का 100 प्रतिशत कार्य पूरा हो चुका है।
पालकमंत्री ने आगे कहा कि सभी कार्यान्वयन यंत्रणाएं जिला नियोजन समिति के अंतर्गत वितरित निधि का 100 प्रश। जिले के विकास कार्यों पर खर्च करने का लक्ष्य रखें। जनता के काम समय पर हों यह भावना होनी चाहिए। जल जीवन मिशन के अंतर्गत अंतिम व्यक्ति तक पेयजल पहुंचे, आम नागरिक को न्याय मिले इस प्रकार कार्य किया जाए।
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यंत्रणाएं जनप्रतिनिधियों को विश्वास में लेकर कार्य करे। उन्होंने अपेक्षा व्यक्त की कि क्रियान्वयन यंत्रणाएं आपस में समन्वय स्थापित कर स्वीकृत कार्यों को निर्धारित समय में पूरा करें। उन्होंने यह भी आवश्यक निर्देश दिए कि यंत्रणाएं इस बात पर ध्यान दें कि सरकारी निधि का उपयोग आम आदमी के कामों के लिए हो।
इस बैठक में जिले में चल रहे विभिन्न विकास कार्यों की समीक्षा की गई। साथ ही आगामी नियोजन पर विस्तृत चर्चा की गई। जिले में बुनियादी ढांचे, शिक्षा, स्वास्थ्य, जलापूर्ति, सड़क, कृषि और रोजगार सृजन पर विशेष जोर दिया गया और कार्रवाई करने के लिए मार्गदर्शन दिया गया। बैठक में बताया गया कि गोंदिया जिले के समग्र विकास को गति देने के लिए सभी विभागों को समन्वय से काम करने की आवश्यकता है।