फार्मर आईडी है तो ही मिलेगा उर्वरक। (सौजन्यः सोशल मीडिया)
गोंदिया: सरकारी योजना का लाभ उठाने के लिए फार्मर आईडी को अनिवार्य कर दिया गया है। रासायनिक उर्वरकों की खरीदी के लिए सब्सिडी प्रदान की जाती है। इस सब्सिडी को प्राप्त करने के लिए किसान का अंगूठा लिया जाता है। इसके साथ ही आधार कार्ड और किसान आईडी नंबर संलग्न होने पर भविष्य में यह सब्सिडी पात्र होगी। फिलहाल ऐसी पद्धति अपनाए जाने की प्रतीक्षा है। लेकिन, भविष्य में सभी योजनाओं के लिए यह आईडी अनिवार्य रहेगी।
खरीफ मौसम में बुआई के दौरान उर्वरक बहुत आवश्यक है। इस उर्वरक के बिना खेतों में उत्पादन नहीं होता। कृषि सेवा केंद्र से खाद खरीदते समय किसानों को अंगूठा लगाना होगा। यह अंगूठा लेते ही किसानों के बारे में सारी जानकारी सामने आ जाती है। यदि इसमें आधार कार्ड के साथ किसान आईडी भी है तो किसान का खेत कहां है? इसका सातवां और दसवां अंक क्या है, इसका क्षेत्रफल कितना है? कितने क्षेत्र के लिए उर्वरक खरीदा जाएगा? इससे सारी जानकारी स्पष्ट हो जाएगी। इससे भविष्य में और अधिक पारदर्शिता आएगी।
कृषि जनगणना 2021 के अनुसार जिले में 2 लाख 76 हजार 560 किसान हैं। इनमें से 1 लाख 67 हजार 260 किसानों ने फार्मर आईडी प्राप्त कर ली है। शेष 1 लाख 9 हजार 300 किसान अभी भी इस प्रक्रिया से बाहर हैं। इससे किसानों को फार्मर आईडी लागू करने में दिक्कतें आएंगी।
यदि आप किसी भी सरकारी योजना का लाभ लेना चाहते हैं तो आपको किसान फार्मर आईडी उपलब्ध कराना होगा। कृषि विभाग की ओर से सब्सिडी किट उपलब्ध करवाते समय फार्मर आईडी वाले किसानों को सब्सिडी पर ये बीज किट प्राप्त करने में प्राथमिकता दी जाएगी।