जनकल्याण यात्रा को मिला उस्फुर्त प्रतिसाद (सौजन्यः सोशल मीडिया)
Gadchiroli district: विधायक डॉ. धर्मरावबाबा आत्राम की जनकल्याण यात्रा को देसाईगंज में व्यापक जनसमर्थन मिला है। इस सभा में बड़ी संख्या में नागरिक उपस्थित थे। कार्यक्रम के दौरान आदिवासी विद्यार्थी संघ (आविस) के नेता तथा पूर्व जिला परिषद सदस्य नंदू नरोटे, सिरोंचा के नेता बानय्या जंगम, वरिष्ठ नेता मोहन पुराम समेत विभिन्न दलों के सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (अजित पवार गुट) में प्रवेश किया। सभा को संबोधित करते हुए विधायक डा. धर्मरावबाबा आत्राम ने कहा कि युति सरकार ने लाडकी बहन योजना जैसी कल्याणकारी योजनाएं शुरू की हैं।
हम किसान और ओबीसी समाज के हमेशा साथ हैं। राज्य में हमारी सरकार ने अनेक जनहितकारी योजनाएं लागू की हैं। उन्होंने आगे कहा, 1991 में पहली बार विधायक बनने के बाद मैंने देसाईगंज तहसील के गठन के लिए प्रयास किए, जिससे नागरिकों को प्रमाणपत्र आदि के लिए गड़चिरोली तक जाने की परेशानी से राहत मिली। आज भी देसाईगंज शहर में प्रॉपर्टी कार्ड के कई मामले लंबित हैं, पेसा कानून से जुड़ी समस्याएं भी बाकी हैं। यदि स्थानीय स्वराज्य संस्थाओं में हमें अवसर दिया गया तो हम ये सभी लंबित मुद्दे सुलझाएंगे। उन्होंने यह भी कहा कि, शहर में जो भव्य नाट्यगृह बना है, वह मैंने ही मंजूर कराया।
इससे झाड़ीपट्टी क्षेत्र की रंगभूमि को एक स्थायी मंच मिला है। आने वाले स्थानीय स्वराज्य संस्थाओं के चुनाव में हमें सत्ता देने पर हम और भी बड़े विकास कार्य करेंगे। सभा में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के जिला अध्यक्ष रवींद्र वासेकर, पूर्व विधायक रामकृष्ण मडावी, प्रसिद्ध फिल्म अभिनेत्री माधुरी पवार, सिनेट सदस्य तनुश्री आत्राम, युवा नेता हर्षवर्धनबाबा आत्राम, डॉ. सोनल कोवे, नाना नाकाडे, लीलाधर भरडकर, संजय सालवे, यूनुस शेख, रिंकू पापडकर समेत बड़ी संख्या में कार्यकर्ता, नेता तथा नागरिक उपस्थित थे।
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देसाईगंज में आयोजित राष्ट्रवादी कांग्रेस की सभा में आदिवासी विद्यार्थी संघ (आविस) के वरिष्ठ नेता, पदाधिकारी, सरपंच, पंचायत समिति सभापति, सदस्य तथा अनेक कार्यकर्ताओं ने राष्ट्रवादी कांग्रेस (अजित पवार गुट) में प्रवेश किया। इससे आविस संगठन को बड़ा झटका लगा है। पार्टी में शामिल होने वालों में मदन वट्टी, दौलत कुमोटी, ऋषी हलामी, बाबूराव मडावी, शालिक मडावी, सरिता वट्टी, देवनाथ पारसे, राजू आत्राम, सुमन नैताम, दिलीप नैताम, रेश्मा कातेंगे, बाबूराव कुलसंगे सहित उत्तर और दक्षिण गड़चिरोली क्षेत्र के सैकड़ों कार्यकर्ता शामिल हैं।