Hindi news, हिंदी न्यूज़, Hindi Samachar, हिंदी समाचार, Latest Hindi News
X
  • देश
  • महाराष्ट्र
  • विदेश
  • खेल
  • मनोरंजन
  • नवभारत विशेष
  • वायरल
  • धर्म
  • लाइफ़स्टाइल
  • बिज़नेस
  • करियर
  • टेक्नॉलजी
  • हेल्थ
  • ऑटोमोबाइल
  • वीडियो
  • चुनाव

  • ई-पेपर
  • देश
  • महाराष्ट्र
  • विदेश
  • राजनीति
  • खेल
  • लाइफ़स्टाइल
  • क्राइम
  • नवभारत विशेष
  • मनोरंजन
  • बिज़नेस
  • वेब स्टोरीज़
  • वायरल
  • अन्य
    • ऑटोमोबाइल
    • टेक्नॉलजी
    • करियर
    • धर्म
    • टूर एंड ट्रैवल
    • वीडियो
    • फोटो
    • चुनाव
  • देश
  • महाराष्ट्र
  • विदेश
  • खेल
  • क्राइम
  • लाइफ़स्टाइल
  • मनोरंजन
  • नवभारत विशेष
  • वायरल
  • राजनीति
  • बिज़नेस
  • ऑटोमोबाइल
  • टेक्नॉलजी
  • धर्म
  • वेब स्टोरीज़
  • करियर
  • टूर एंड ट्रैवल
  • वीडियो
  • फोटो
  • चुनाव
In Trends:
  • Bihar Assembly Election 2025 |
  • Aaj ka Rashifal |
  • ICC Women’s Cricket World Cup |
  • Donald Trump |
  • Weather Update |
  • Share Market
Follow Us
  • वेब स्टोरीज
  • फोटो
  • विडियो
  • फटाफट खबरें

वनों को बचाने पहल करना जरूरी, जिले में वन्यजीव भी आवश्यक, तस्करी और शिकार बढ़ा रहे खतरा

Gadchiroli wildlife: गड़चिरोली जिले में बड़ी मात्रा में अवैध पेड़ों की कटाई, वन्यजीवों की शिकार व तस्करी में निरंतर वृद्धि दिखाई दे रही है। वनविभाग की कार्रवाइयां हो रही है।

  • By आंचल लोखंडे
Updated On: Oct 07, 2025 | 06:30 PM

वनों को बचाने पहल करना जरूरी (सौजन्यः सोशल मीडिया)

Follow Us
Close
Follow Us:

Gadchiroli News: आदिवासी बहुल, पिछड़े जिले के रूप में पहचाने जाने वाले गड़चिरोली जिले में राज्य का सर्वाधिक वनक्षेत्र है। घना जंगल जिले के अभिमान की बात है। किंतु प्रतिकूल स्थिति के कारण यहां के वन्यजीवों का संवर्धन करना भी आह्वान बन रहा है। जिले में बड़ी मात्रा में अवैध पेड़ों की कटाई, वन्यजीवों की शिकार व उनके अंगों के तस्करी में निरंतर वृद्धि दिखाई दे रही है। वनविभाग की कार्रवाइयां हो रही है। किंतु तस्करी पर अंकुश लगाना मुश्किल हो रहा है। वनविभाग द्वारा वन्यजीवों के संवर्धन हेतु ठोस उपाययोजना नहीं किए जाने से भविष्य में अनेक वन्यजीव नामशेष होने का भय व्यक्त किया जा रहा है।

जिले में वनों को घना व झुड़पी गुटों में विभाजित किया जाता है। इन दोनों वनक्षेत्र में बड़ी मात्रा में वन्यजीवों का विचरण है। खासकर अहेरी उपविभाग के घने जंगलों में अनेक दुर्लभ वन्यजीवों का विचरण है। जिस कारण हमेशा जिले के क्षेत्र में शिकारी, तस्कर निगाहे गड़ाकर रहते है।

वन्यप्राणियों की शिकार, सागौन तस्करी

खासकर जिले के अंतिम छोर पर बसे सिरोंचा तहसील में बारहमासी बहने वाली इंद्रावती, प्राणहिता व गोदावरी नदीतट के परिसर वनव्याप्त है। वन्यप्राणियों के अधिवास के लिए उक्त परिसर अनुकूल होने के कारण इस क्षेत्र में बड़ी मात्रा में वन्यप्राणी पाए जाते है। वहीं इस जंगल में बेशकीमती सागौन व अन्य प्रजाति की लकड़ियां उपलब्ध है। सिरोंचा उपवनसंरक्षक कार्यालय अंतर्गत आने वाले क्षेत्र में पेड़ों की कटाई, वन्यप्राणियों की शिकार, सागौन तस्करी ने सिर उठाया है।

बांस, तेंदू के साथ औषधियुक्त पेड़ पाए जाते

जिले के घने जंगल में बेशकीमती सागौन, बांस, तेंदू पेड़ के साथ औषधियुक्त गुणधर्म होने वाले वनस्पति पाए जाते है। इसी जंगल में दुर्लभ वन्यजीव विचरण करते है। सिरोंचा उपवनसंरक्षक कार्यालय अंतर्गत आने वाले 8 वनपरिक्षेत्र में तेंदुआ, बाघ इन हिंसक श्वापदों के साथ मोर, जंगली मुर्गी, जंगली श्वान, शेकरु, हिरण, भेडियां, नीलगाय, चीतल, भालू, दुर्लभ पेंगोलिन जैसे वन्यप्राणियों का यहां मुक्त विचरण है। किंतु वन्यप्राणियों की शिकार, उनके अंगों की तस्करी पर उपाययोजना करने में वनविभाग विफल होता दिखाई दे रहा है।

ये भी पढ़े: मोहोल में ‘भारी बारिश’! 8 राजस्व मंडलों के किसान संकट में, पंचनामा में देरी से किसान नाराज़

दुर्लभ जंगली भैंसे का निवास

सिरोंचा उपवनसंरक्षक कार्यालय अंतर्गत आने वाले सिरोंचा, असरअल्ली, कमलापुर, जिमलगट्टा, देचली, प्राणहिता, झिंगानूर वनपरिक्षेत्र कार्यालय आते है। इन वनपरिक्षेत्र अंतर्गत औषधियुक्त वनस्पति पायी जा रही है। इसे व्यापक मांग है। वहीं प्राणहिता वन्यजीव अभयारण्य समेत वनपरिक्षेत्र कार्यालय देचली, कमलापुर, झिंगानूर अंतर्गत इंद्रावती नदी परिसर में दुर्लभ जंगली भैंसों का विचरण है। उक्त दुर्लभ प्राणी इंद्रावती नदी परिसर, कमलापुर वनपरिक्षेत्र अंतर्गत कोलामार्क जंगल परिसर में विचरण करने की वनविभाग के पास पंजीयन है।

Initiatives to save forests are essential

Get Latest   Hindi News ,  Maharashtra News ,  Entertainment News ,  Election News ,  Business News ,  Tech ,  Auto ,  Career and  Religion News  only on Navbharatlive.com

Published On: Oct 07, 2025 | 06:30 PM

Topics:  

  • Forest Department
  • Gadchiroli News
  • Maharashtra
  • Wildlife

सम्बंधित ख़बरें

1

महाराष्ट्र में बाढ़ पीड़ित किसानों को बड़ी राहत, फडणवीस सरकार ने दिया ₹31,628 करोड़ का पैकेज

2

पीएम मोदी मुंबई मेट्रो लाइन-3 का करेंगे भव्य उद्घाटन, 13 लाख यात्रियों को मिलेगा फायदा

3

मोबाइल वैन से 3,350 महिलाओं की कैंसर की जांच,1138 स्तन कैंसर व 1037 गर्भाशय कैंसर की जांच पूरी

4

गोरेगांव में पार्षद आरक्षण पर असमंजस की स्थिति, इच्छुक प्रत्याशियों के मेहनत पर फीर सकता है पानी

Popular Section

  • देश
  • विदेश
  • खेल
  • लाइफ़स्टाइल
  • बिज़नेस
  • वेब स्टोरीज़

States

  • महाराष्ट्र
  • उत्तर प्रदेश
  • मध्यप्रदेश
  • दिल्ली NCR
  • बिहार

Maharashtra Cities

  • मुंबई
  • पुणे
  • नागपुर
  • ठाणे
  • नासिक
  • अकोला
  • वर्धा
  • चंद्रपुर

More

  • वायरल
  • करियर
  • ऑटो
  • टेक
  • धर्म
  • वीडियो

Follow Us On

Contact Us About Us Disclaimer Privacy Policy
Marathi News Epaper Hindi Epaper Marathi RSS Sitemap

© Copyright Navbharatlive 2025 All rights reserved.