
नाकाबंदी और वाहनों की जांच (सौजन्यः सोशल मीडिया)
Gadchiroli Municipal Election: गड़चिरोली जिले के गड़चिरोली, आरमोरी और देसाईगंज नगर परिषद चुनाव कार्यक्रम शुरू हो जाने से प्रचार की गति तेज हो गई है। उम्मीदवार और उनके कार्यकर्ता घर-घर जाकर मतदाताओं से संपर्क साध रहे हैं।इधर, चुनाव अवधि में शराब और पैसों की आपूर्ति होने की आशंका को देखते हुए शहर पुलिस ने चंद्रपुर मार्ग सहित चामोर्शी, धानोरा और आरमोरी की प्रमुख सड़कों पर नाकाबंदी करते हुए विशेष पथक तैनात किए हैं। इन पथकों में पुलिस विभाग के साथ अन्य विभागों के कर्मचारी भी शामिल हैं, जो वाहनों की सख्ती से जांच कर रहे हैं।
हाल के दिनों में शराब की तस्करी करने वालों पर की जा रही कार्रवाई का असर यह हुआ है कि नप चुनाव के दौरान गड़चिरोली शहर में शराब की किल्लत महसूस होने लगी है। विशेष रूप से चंद्रपुर मार्ग से अधिक मात्रा में शराब की सप्लाई होती है, इसलिए इस मार्ग के साथ-साथ नदी मार्ग से होने वाली तस्करी को रोकने के लिए भी पुलिस चौकसी बढ़ा दी गई है।शुक्रवार को नाकाबंदी स्थल पर कर्मचारियों को प्रत्येक वाहन की जांच करते देखा गया। दोपहर के समय के. पी. कोवे, विलास राउत, रमेश हलामी, विरांगणा उईके, योगेश मेश्राम आदि कर्मचारी ड्यूटी पर तैनात थे।
नगर परिषद चुनाव में आचार संहिता लागू होते ही शहर पुलिस एक्शन मोड में आ गई है। अवैध कारोबार पर लगाम कसने के लिए लगातार अभियान चलाया जा रहा है। विशेष रूप से शहर थाने के थानेदार विनोद चव्हाण स्वयं रात में चौपहिया और दोपहिया वाहनों से गश्त कर रहे हैं। साथ ही शहर के बड़े और छोटे शराब विक्रेताओं पर कार्रवाई करते हुए, शराब बिक्री बंद करने की चेतावनी दी जा रही है। इससे अवैध गतिविधियों पर काफी हद तक अंकुश लगा है।
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नप चुनाव को देखते हुए शराब विक्रेताओं के खिलाफ पुलिस के कठोर कदमों ने हड़कंप मचा दिया है। अब तक कई विक्रेताओं पर कार्रवाई हो चुकी है। पुलिस की सख्ती के चलते अनेक विक्रेताओं ने शराब बेचना बंद कर दिया है। वर्तमान में स्थिति यह है कि शराब न मिलने के कारण शौकीन लोग बेचैन होकर शहर के विभिन्न वार्डों में चक्कर काटते दिख रहे हैं।






