प्रतीकात्मक (सोर्स: सोशल मीडिया)
गड़चिरोली: गड़चिरोली जिले के ग्रामीण, दुर्गम परिसर में फर्जी डाॅक्टरों द्वारा नागरिकों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। जिसमें कुछ मरीजों को अपनी जान भी गंवानी पड़ी है। इस मामले को गंभीरता से लेकर जिलाधीश अविश्यांत पंडा ने फर्जी डॉक्टरों के खिलाफ कार्रवाई करने के निर्देश दिये है। इस आदेश के बाद स्वास्थ्य विभाग अलर्ट मोड़ पर होकर जिले में फर्जी डाॅक्टरों की खोजबीन की जा रही है।
इस मुहिम अंतर्गत 344 संदिग्ध डॉक्टरों की सूची तैयार की गई है। तहसील स्तरीय समिति द्वारा संबंधितों के दस्तावेजों की जांच शुरू किए जाने से संदिग्ध सीधे स्वास्थ्य विभाग के रडार पर आ गये है। इनमें से कुछ फर्जी डाॅक्टरों के खिलाफ मामले दर्ज किए जाने से जिले फर्जी डाॅक्टरों में खलबली मच गई है।
पिछले अनेक वर्षों से वैद्यकीय पात्रता न होने वाला अथवा अधिकृत वैद्य के रूप में पंजीयन न होने वाले लोगों द्वारा खुलेआम मरीजों पर उपचार किया जा रहा है। इसमें अनेक लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी। जिले के ग्रामीण और दुर्गम क्षेत्र में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, उपकेंद्र में सेवा सुविधा का अभाव, स्वास्थ्य कर्मचारियों के रिक्त पदों के चलते स्वास्थ्य सेवा कुछ हद तक चरमराई गई है। जिसका लाभ उठाते हुए फर्जी डॉक्टर अपने दुकान सजाए हुए है।
मेडिकल कॉन्सिल का प्रमाणपत्र न होते हुए भी अस्पताल शुरू कर मरीजों की लूट की जा रही है। इस मामले को गंभीरता से लेकर जिलाधीश अविश्यांत पंडा ने विशेष बैठक लेकर संबंधितों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने का निर्देश दिया था। जिससे स्वास्थ्य विभाग अलर्ट मोड़ पर आकर संपूर्ण जिले में फर्जी डाॅक्टरों की खोज मुहिम शुरू कर दी है।
विशेषत: प्रत्येक तहसील पर समिति का गठन कर फर्जी डाॅक्टरों की सूची तैयार की गई। जिसमें संपूर्ण जिले में 344 संदिग्ध डाॅक्टरों की सूची तैयार की गई है। अब संदिग्ध डॉक्टरों के दस्तावेजों की तहसील स्तरीय समिति द्वारा जांच शुरू की गई है। अब तक जिले में दो फर्जी डाॅक्टरों पर कार्रवाई की गई है। स्वास्थ्य विभाग की इस मुहिम में सीधे फौजदारी मामला दर्ज करने का प्रावधान होने से जिले के फर्जी डॉक्टरों में खलबली मच गई है।
फर्जी डॉक्टरों खोज मुहिम में वैद्यकीय पात्रता न होने अथवा अधिकृत वैद्य के रूप में पंजीयन न होने के मामले में जिले के एटापल्ली व धानोरा तहसील में दो फर्जी डाॅक्टरों के खिलाफ कार्रवाई की गई है। धानोरा तहसील के जांभली में वैद्यकीय पात्रता न होते हुए भी मरीजों पर उपचार करने वाले व्यक्ति के खिलाफ एफआईआर दर्ज किया गया है। वहीं एटापल्ली तहसील के जारावंडी में एक महिला डॉक्टर के खिलाफ पुलिस थाने में मामला दर्ज किया गया है।
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क्रमांक | तहसील | संदिग्ध डॉक्टरों की संख्या |
---|---|---|
1 | गड़चिरोली | 30 |
2 | देसाईगंज | 13 |
3 | आरमोरी | 03 |
4 | कुरखेड़ा | 18 |
5 | कोरची | 15 |
6 | धानोरा | 30 |
7 | अहेरी | 31 |
8 | एटापल्ली | 23 |
9 | भामरागड़ | 04 |
10 | चामोर्शी | 61 |
11 | सिरोंचा | 88 |
12 | मुलचेरा | 28 |
कुल | 344 |
गड़िचरोली जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. प्रताप शिंदे ने बताया कि जिलाधीश के निर्देश अनुसार फर्जी डॉक्टरों की खोज मुहिम अंतर्गत कार्रवाई की जा रही है। इसके लिए तहसील स्तर पर विशेष समिति का गठन किया गया है। वहीं संदिग्धों की सूची तैयार कर समिति द्वारा उनके दस्तावजों की जांच की जा रही है। इसमें दोषी पाए जाने वालों के खिलाफ सीधे मामला दर्ज करने का निर्देश दिया गया है। उक्त मुहिम आगामी दो माह तक जारी रहेगी।