गड़चिरोली जिले के कोरची में तैनात सुरक्षाबलों के जवान (फोटो नवभारत)
Gadchiroli News: हर साल 28 जुलाई से 3 अगस्त की अवधि में नक्सली शहीदी सप्ताह मनाते हैं। इस सप्ताह के दौरान गड़चिरोली जिले के कोरची शहर के व्यापारी नक्सलियों के भय के चलते अपने प्रतिष्ठान बंद रखते है। लेकिन इस वर्ष पहली बार कोरची के व्यापारी वर्ग ने नक्सलियों के भय को दूर रखा और पिछले 19 वर्षों की परंपरा खत्म करते हुए शहीदी सप्ताह अवधि में अपने प्रतिष्ठान शुरू रखे।
वहीं दूसरी ओर पुलिस विभाग द्वारा कोरची शहर में तगड़ा बंदोबस्त रखा गया है। व्यापारियों के मन से नक्सलियों का भय दूर होने से पुलिस विभाग को बड़ी सफलता मिलने की बात कही जा रही है।
नक्सलियों के मुख्य कमांडर बसवराजु के खात्मे के बाद पहली बार यह शहीदी सप्ताह होना था। लेकिन कोरची तहसील के नागरिकों ने इस शहीदी सप्ताह को पीठ दिखाई है। कोरची पुलिस थाने के प्रभारी अधिकारी शैलेंद्र ठाकरे ने व्यापारियों के साथ चर्चा कर उन्हें सहयोग करने की अपील की थी।
वहीं शहीदी सप्ताह के पहले ही कोरची पुलिस जवानों का तगड़ा बंदोबस्त रखा गया था। विशेषत: पहले शहीदी सप्ताह की अवधि में नागरिक 28 जुलाई को अपने घर से बाहर नहीं निकल रहे थे। लेकिन इस वर्ष 28 तारीख को सुबह से ही सड़कों पर लोगों की चहल-पहल दिखाई दी।
कोरची पुलिस इंस्पेक्टर शैलेंद्र ठाकरे ने कहा कि नक्सलमुक्त गड़चिरोली का संकल्प नागरिकों के सहयोग से जल्द ही पूरा होकर कोरची तहसील की जनता पुलिस विभाग पर विश्वास रख बाजार शुरू रखने से नगारिकों के विश्वास पर खरा उतरने के लिए पुलिस विभाग तत्पर है।
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नक्सलियों द्वारा 28 जुलाई से 3 अगस्त की अवधि में शहीदी सप्ताह मनाया जाता है। जिसके मद्देनजर जिला पुलिस अधीक्षक नीलोत्पल ने जिले में नक्सल विरोधी अभियान तीव्र कर दिया है। उक्त अभियान में जिला पुलिस दल के जवानों के साथ ही सीआरपीएफ के जवान भी तैनात किये गये है।
गड़चिरोली जिले में इस बार ड्रोन की सहायता से नक्सलियों की गतिविधियों पर नजर रखी जा रही है। शहीदी सप्ताह के पहले दिन जिले में किसी भी तरह की हिंसक घटना नहीं घटने के कारण पहला दिन शांतिपूर्ण रहा।