अविश्वास प्रस्ताव पास होने के बाद जश्न मनाते पार्षद (फोटो नवभारत)
Etapalli Nagar Panchayat No-Confidence Motion: गड़चिरोली जिले की एटापल्ली नगर पंचायत में पिछले कुछ दिनों में राजनीतिक हलचले निर्णायक चरण में पहुंच गयी है। नगर पंचायत की नगराध्यक्ष दीपयंती पेंदाम और उपाध्यक्ष मीना नागुलवार के खिलाफ अविश्वास प्रस्तावना 13 बनाम 4 वोटों से मंजूर किया गया है।
स्थानीय निकाय चुनाव में से पहले गड़चिरोली जिले में कांग्रेस के लिए यह बड़ा झटका माना जा रहा है। वहीं दूसरी ओर एटापल्ली नगर पंचायत के समीकरण में काफी बदलाव होने की संभावना जताई जा रही है।
एटापल्ली नगर पंचायत पर कांग्रेस की दीपयंती पेंदाम नगराध्यक्ष तो निर्दलीय मीना नागुलवार उपाध्यक्ष थी। लेकिन इसका विकास कार्य की अनदेखी होने के कारण पार्षदों में नाराजगी थी। जिसके बाद पार्षदों ने अविश्वास प्रस्ताव पेश किया। जिससे अविश्वास संदर्भ में विशेष सभा का आयोजन का आयोजन किया गया था।
17 सदस्यीय एटापल्ली नगर पंचायत में विभिन्न दलों के पार्षदों का समावेश है। इसमें कांग्रेस के 4, एनसीपी (अजित पवार गुट) 4, भाजपा 3 और 6 निर्दलीय पार्षद है। नगराध्यक्ष के रूप में कांग्रेस की उम्मीदवार चुनकर आयी थी।
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नगराध्यक्ष के कार्य पर नाराजगी व्यक्त करते हुए पार्षदों ने विकास कार्य में पारदर्शकता न रखने, विश्वास में न लेने का आरोप लगाया। इसे मुद्दे को लेकर पार्षदों ने अविश्वास प्रस्ताव पेश किया था।
आखिरकार अविश्वास प्रस्ताव पारित होने से नगराध्यक्ष और उपाध्यक्ष को अपना पदा छोड़ना पड़ा है। ऐसे में अब स्थानीय स्वराज्य संस्थाओं के चुनाव घोषित होने से राजनीतिक गतिविधियों में तेजी आने की बात कही जा रही है।