आंध्र-ओडिशा सीमा पर मुठभेड़ में 2 नक्सली नेता ढेर (सौजन्यः सोशल मीडिया)
गडचिरोली: महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़ और तेलंगाना सीमा पर करेगुट्टा पहाड़ी पर 22 नक्सलियों के खात्मे के बाद, आंध्रप्रदेश और ओडिशा सीमा पर सुरक्षा बलों को एक और बड़ी सफलता मिली है। आंध्रप्रदेश-ओडिशा सीमा पर विशेष झोनल कमिटी सदस्य काकुरी पंडान्ना उर्फ जगन (60) और केंद्रीय समिति के सदस्य रमेश उर्फ वागा पोडियामी (51) को सुरक्षा बलों ने मुठभेड़ में ढेर कर दिया। इन दोनों नक्सली नेताओं पर 25 लाख रुपये का इनाम था।
यह मुठभेड़ 7 मई को करेगुट्टा में हुई, जहां जवानों और नक्सलियों के बीच संघर्ष हुआ। इस दौरान दो नक्सली नेताओं को ढेर कर दिया गया और घटनास्थल से एके-47 जैसी घातक असलहें बरामद की गईं। इसी समय, आंध्रप्रदेश और ओडिशा सीमा पर स्थित गुडेम कोठाविधी तालुका के दुमाकोंडा वनक्षेत्र में भी सुरक्षा बलों और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हुई। इस मुठभेड़ में 20 लाख रुपये के इनाम वाले जगन और 5 लाख रुपये के इनाम वाले रमेश को ढेर किया गया।
इससे पहले, जनवरी 2025 में नक्सली नेता चलपती उर्फ रामचंद्र रेड्डी उर्फ जयराम के मारे जाने के बाद, जगन पर सभी नक्सली अभियानों की जिम्मेदारी आ गई थी। चलपती के नेतृत्व में छत्तीसगढ़ और ओडिशा सहित कई नक्सली अभियानों को अंजाम दिया गया था। उसके बाद, जगन और अन्य नक्सली नेताओं का एक गुट आंध्रप्रदेश-ओडिशा सीमा क्षेत्र में सक्रिय था। सुरक्षा बलों ने इस सूचना के आधार पर अभियान चलाया और इस दौरान जगन और रमेश को ढेर करने में सफलता पाई।
करेगुट्टा मुठभेड़ में 22 नक्सली ढेर, ‘ऑपरेशन संकल्प’ अंतिम चरण में, बड़ा नक्सली नेटवर्क ध्वस्त…
छत्तीसगढ़-तेलंगाना सीमा पर 21 अप्रैल से चल रहे नक्सलविरोधी ऑपरेशन में 7 मई को 22 नक्सलियों को ढेर किया गया था। इस ऑपरेशन के दौरान तेलंगाना में नक्सलियों ने एक भूसुरंग विस्फोट किया, जिसमें तीन जवान शहीद हो गए और एक जवान घायल हुआ। यह घटना तेलंगाना के वाजेडू इलाके में 8 मई को हुई। इस हमले के बाद सुरक्षा बलों ने तुरंत जवाबी हमला किया, जिससे नक्सली भाग खड़े हुए। सुरक्षा बलों ने नक्सलविरोधी अभियान को गति दी है और इस क्षेत्र में ग्रेहाउंड्स पथक की तैनाती की गई है।