केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी (pic credit; social media)
Maharashtra Politics: बीजेपी और चुनाव आयोग पर सांठगांठ करके वोट चोरी करने तथा सरकार बनाने का आरोप लगा कर लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने देश का सियासी पारा चढ़ा दिया है। राहुल ने दिल्ली में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में केंद्रीय चुनाव आयोग पर गंभीर आरोप लगाते हुए दावा किया था कि महाराष्ट्र और कर्नाटक समेत पूरे देश में बड़े पैमाने पर वोटों की चोरी हुई है।
यह भी दावा किया है कि महाराष्ट्र में 40 लाख से ज्यादा संदिग्ध मतदाता हैं। इन आरोपों के साथ राहुल ने कुछ सबूत भी दिए थे। इसके बाद कांग्रेस और राहुल पर बीजेपी हमलावर हो गई है तो वहीं चुनाव आयोग वोट चोरी पर शपथ पत्र देने या फिर माफी मांगने की मांग की है। लेकिन कांग्रेस बीजेपी के वरिष्ठ नेता एवं केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी का एक पुराना वीडियो वायरल करके बीजेपी और चुनाव आयोग को घेरने का प्रयास किया है।
गडकरी ने नवंबर 2024 में संपन्न हुए महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के बाद वरिष्ठ पत्रकार राजदीप सरदेसाई को दिए गए एक साक्षात्कार में गडकरी ने कहा था कि उनके निर्वाचन क्षेत्र में साढ़े तीन लाख मतदाताओं के नाम कम कर दिए गए थे। उनके उक्त बयानवाले वीडियो के जरिए कांग्रेस दावा कर रही है राहुल गांधी के आरोप सही है।
कांग्रेस नेता यशोमति ठाकुर ने सोशल नेटवर्किंग साइट एक्स पर नितिन गडकरी का उपरोक्त बयान वाला पुराना वीडियो पोस्ट करके कैप्शन में लिखा, “ये अंतर की बात है, गडकरी जी सच्चाई के साथ हैं। भाजपा के अंधभक्त जो कांग्रेस नेता राहुल गांधी को झूठा साबित करने की कोशिश कर रहे हैं, उन्हें यह वीडियो देखना चाहिए।
वीडियो में गडकरी ने आगे कहा है कि मैं किसी पर आरोप नहीं लगा रहा हूं, लेकिन मेरे निर्वाचन क्षेत्र के साढ़े तीन लाख लोगों के नाम हैं। जिन्होंने मुझे पहले वोट दिया था। इनमें मेरे करीबी लोगों के नाम भी शामिल थे। मेरे कई रिश्तेदार थे। मेरे परिवार के सदस्यों के नाम भी काट दिए गए हैं।
यशोमति ठाकुर की एक्स पोस्ट के बाद विधानसभा में कांग्रेस के नेता विजय वड्डेटीवार ने पूछा है कि केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी की कौन सी चिप और डिस्क खराब है? क्या चुनाव आयोग की वकालत करने वाले मुख्यमंत्री, भाजपा नेता गडकरी इस सवाल का जवाब देंगे कि क्या वोट चोरी और मतदाता सूची से छेड़छाड़ हुई है?
जितेंद्र आव्हाड ने अपनी एक्स पोस्ट में एक वीडियो शेयर किया। जिसमें वरिष्ठ पत्रकार सरदेसाई को दिए एक इंटरव्यू में गडकरी ने दुख जताते हुए कहा था कि उनके साढ़े तीन लाख वोट काट दिए गए है। लेकिन, एक और सच यह भी है कि गडकरी को टिकट देने में बाधा डाली गई। मेरी जानकारी के अनुसार, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की जिद के कारण गडकरी को टिकट मिला। इसके बाद वोटर काट कर गडकरी को लगभग हराने का ही प्रयास किया गया। इससे ये साफ हो जाता है कि जो कांग्रेस या अन्य दलों के उम्मीदवारों के साथ किया गया है, वही गडकरी के मामले में भी किया गया है। मैं गडकरी का हमेशा से प्रशंसक रहा हूं। वे सच बोलने से कभी डरते या हिचकिचाते नहीं हैं। अंदरखाने यही हो रहा है, नितिन गडकरी ‘सत्य’ के साथ हैं!