उद्धव ठाकरे (सोर्स: सोशल मीडिया)
Uddhav Thackeray On Farmer Relief Package: शिवसेना (यूबीटी) अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने बृहस्पतिवार को गंभीर आरोप लगाया कि महाराष्ट्र सरकार के सबसे बड़े राहत पैकेज के दावे के बावजूद, बाढ़ प्रभावित किसानों को अभी तक कोई वित्तीय सहायता नहीं मिली है। ठाकरे ने यह आरोप मराठवाड़ा क्षेत्र के अपने चार दिवसीय दौरे के दूसरे दिन, धाराशिव जिले के करजखेड़ा गांव में किसानों से बातचीत के दौरान लगाया।
ठाकरे ने बुधवार को छत्रपति संभाजीनगर के पैठण तालुका के नांदर गांव से अपने चार दिवसीय मराठवाड़ा दौरे की शुरुआत की थी। इस दौरे का उद्देश्य इस मानसून में हुई भारी बारिश और बाढ़ के कारण किसानों को हुई कठिनाइयों का जायजा लेना और उनसे बात करना था।
महाराष्ट्र में मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के नेतृत्व वाली सरकार ने पिछले महीने ₹31,628 करोड़ के राहत पैकेज की घोषणा की थी। यह पैकेज अगस्त-सितंबर में आई बाढ़ से प्रभावित किसानों के लिए था। प्राकृतिक आपदा के कारण राज्य के 29 जिलों में 68.7 लाख हेक्टेयर से अधिक फसलों को नुकसान पहुंचा था।
शिवसेना (यूबीटी) अध्यक्ष ने आरोप लगाया कि सरकार द्वारा घोषित राहत पैकेज से किसानों को अब तक कुछ भी नहीं मिला है। उन्होंने सत्ताधारी दल पर निशाना साधते हुए कहा कि पहले सत्ताधारी दल महिलाओं से पूछते थे कि उन्हें लाडकी बहिन योजना का कितना फायदा हुआ। अब वे किसानों से क्यों नहीं पूछ रहे कि उन्हें (राहत पैकेज से) क्या मिला।
यह भी पढ़ें:- पार्थ पवार के समर्थन में उतरी सुप्रिया सुले, बोलीं- तहसीलदार ने साइन किए ही नहीं तो सौदा हुआ कैसे
ठाकरे ने कहा कि सत्तारूढ़ दल दावा करता है कि उन्होंने सबसे बड़ा पैकेज घोषित किया है, लेकिन अब वे इसके बारे में किसी से पूछ नहीं रहे हैं क्योंकि पैकेज की केवल घोषणा हुई है और किसानों को कुछ नहीं मिला है। उन्होंने यह भी कहा कि अगर किसानों को उनका मुआवजा मिल जाए तो मैं सबसे ज्यादा खुश होऊंगा।
किसानों के बीच बातचीत के दौरान, ठाकरे ने एक पुराना ऑडियो क्लिप चलाया। इस क्लिप में उपमुख्यमंत्री फडणवीस को यह कहते हुए सुना जा सकता है कि अगर महायुति गठबंधन सत्ता में आया तो किसानों का कर्ज माफ कर दिया जाएगा।
उन्होंने उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे पर परोक्ष हमला करते हुए कहा कि वे कहते हैं कि मैं इसी वजह से घर से बाहर निकला हूं… लेकिन ये लोग कौन होते हैं हमसे सवाल करने वाले, जो खुद सत्ता के लिए दिल्ली में माथा टेकने जाते रहते हैं। ठाकरे ने यह भी आरोप लगाया कि हमारे मुख्यमंत्री राज्य के किसानों की उपेक्षा कर रहे हैं और बिहार घूम रहे हैं।