अजित पवार (सोर्स: सोशल मीडिया)
Ajit Pawar Viral Video: महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार अक्सर अपनी बयानों और गुस्से वाली टिप्पणियों को लेकर सुर्खियों में रहते हैं। पिछले दिनों सोलापुर की महिला आईपीएस के साथ हुई फोन पर बातचीत के वीडियो के बाद एक और वीडियो सामने आया है। जिसमें वे गुस्सा करते नजर आ रहे हैं।
डिप्टी सीएम अजित पवार गुरुवार को मराठवाड़ा के धाराशिव जिले में बाढ़ग्रस्त इलाकों का दौरा करने पहुंचे। इस दौरान किसानों के साथ उनकी बातचीत का एक वीडियो सामने आया, जिसमें वे कर्ज़माफी की मांग को लेकर गुस्सा करते दिखे।
वीडियो में देखा जा सकता है कि अजित पवार बाढ़ग्रस्त इलाकों को लेकर बात कर रहे थे। इसी दौरान एक किसान ने कर्जमाफी की बात उठाई तो पवार ने तीखे अंदाज में जवाब देते हुए कहा- “इसे मुख्यमंत्री बना दो! तुम्हें क्या लगता है कि हम यहां खेलने आए हैं?”
किसानों पर भड़के अजित पवार। pic.twitter.com/8ItFd0jkdj — piyush kumar (@piyushk82115410) September 26, 2025
अजित पवार ने आगे कहा कि उन्होंने सुबह 6 बजे करमाला से अपना दौरा शुरू किया और लगातार काम कर रहे हैं, लेकिन कुछ लोग केवल आलोचना करने में लगे हैं।
वार ने दावा किया कि राज्य सरकार ने किसानों और महिलाओं के लिए बड़े पैमाने पर मदद दी है। उनके अनुसार, हर साल ₹45,000 करोड़ की सहायता दी जाती है, बिजली बिल माफी के लिए ₹20,000 करोड़ खर्च किए गए हैं और किसानों को निरंतर राहत पहुंचाई जा रही है।
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गौरतलब है कि 20 सितंबर से मराठवाड़ा में भारी बारिश और नदियों के उफान से कई जिलों में बाढ़ की स्थिति बनी हुई है। अब तक 9 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 30 हजार हेक्टेयर से अधिक क्षेत्र की फसलें तबाह हो गई हैं। सरकार ने फिलहाल ₹2,215 करोड़ की राहत राशि का ऐलान किया है।
पवार ने कहा कि वे राजनीति नहीं करना चाहते और केवल सच बोलना पसंद करते हैं। उन्होंने आश्वासन दिया कि राज्य सरकार केंद्र से भी सहयोग मांगेगी और इसके लिए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को पत्र भेजा जाएगा। इसी कड़ी में मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने भी गुरुवार को शाह को ज्ञापन सौंपा, जिसमें राष्ट्रीय आपदा राहत कोष से सहायता देने की अपील की गई।
अपने दौरे के दौरान अजित पवार ने बीड़ और आसपास के जिलों में जाकर फसलों और मकानों को हुए नुकसान का जायजा लिया। वहीं विपक्ष पहले से ही सरकार से मराठवाड़ा को आपदा प्रभावित क्षेत्र घोषित करने और तुरंत राहत उपलब्ध कराने की मांग कर रहा है।