एकनाथ शिंदे, सीएम फडणवीस, आदित्य ठाकरे
Maharashtra Politics: पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के विधायक पुत्र आदित्य ठाकरे और उफ मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे का सियासी बैर किसी से छिपा नहीं है। शिवसेना में एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में हुई बगावत के बाद से आदित्य उन पर तीखा हमला बोलने का कोई मौका छोड़ते नहीं हैं। लेकिन लगभग 3 साल बाद डीसीएम शिंदे और आदित्य एक साथ कोई मंच साझा करते दिखेंगे। इस मौके पर उनका बर्ताव कैसा रहेगा तथा एक ही मंच से दोनों एक दूसरे के खिलाफ कैसे कटाक्ष करते हैं इस पर सभी की नजर रहेगी।
14 अगस्त को मुंबई में वर्ली स्थित बीडीडी चॉल पुनर्विकास योजना के पहले चरण के तहत 556 लाभार्थियों को घर की चाबियां दी जानी हैं। कार्यक्रम के आयोजक म्हाडा ने इस आयोजन में सीएम देवेंद्र फडणवीस और डिप्टी सीएम एकनाथ शिंदे के अलावां वर्ली विधानसभा क्षेत्र के विधायक आदित्य ठाकरे एवं दक्षिण मध्य मुंबई जिले के सांसद अरविंद सावंत को प्रोटोकॉल के तहत आमंत्रण भेजा है।
इसलिए आदित्य ठाकरे और एकनाथ शिंदे लगभग तीन साल के बाद एक साथ एक मंच साझा कर सकते हैं। जो कि एक दुर्लभ राजनीतिक घटना मानी जा रही है। यह कार्यक्रम म्हाडा द्वारा माटुंगा स्थित यशवंत नाट्य मंदिर में रखा गया है। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री फडणवीस लाभार्थियों को चाबियां सौंपेंगे।
बीडीडी चॉल का लगभग 100 साल पुराना इतिहास रहा है। ब्रिटिश दौर में मुंबई में बॉम्बे डिवेलपमेंट डिपार्टमेंट के तहत 1920 से 1925 तक रिहायशी इमारतें तैयार की गई थीं। अब ये काफी पुरानी और जर्जर हो चुकी हैं।
बीडीडी चाल पुनर्विकास परियोजना का काम महा विकास आघाड़ी (मविआ) सरकार के दौरान ही शुरू हुआ था और फिर महायुति सरकार के सत्ता में आने के बाद भी पूर्व मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में जारी रहा। अब इसका पहला चरण मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के कार्यकाल में पूरा हो चुका है। ऐसे में 14 अगस्त को होने वाला यह आयोजन सिर्फ चाबियों के वितरण तक ही सीमित नहीं रहेगा बल्कि राजनीतिक रूप से भी महत्वपूर्ण हो सकता है।