एंट्री गेट की दीवार गिरने से दो महिलाओं की मौत
छत्रपति संभाजीनगर: बुधवार की शाम अचानक मौसम में मिजाज बदला और आसमान में काले बादल घिर आए। चंद मिनटों के बाद तूफानी हवा चलने लगी। तेज हवा के चलते शहर के सिद्धार्थ गार्डन में घूमने आयी दो महिलाओं की प्रवेश द्वार का स्लैब गिरने से मौत हो गई, जबकि एक युवक गंभीर रूप से घायल हो गया।
उधर, इस हादसे के तत्काल बाद मनपा आयुक्त श्रीकांत व पुलिस आयुक्त प्रवीण पवार ने घटनास्थल का दौरा कर जानकारी ली। इसके बाद मीडिया से बातचीत करते हुए श्रीकांत ने बताया कि इस हादसे की प्राथमिक जांच करने पर यह बात सामने आयी कि प्रवेश द्वार का काम लिए ठेकेदार की लापरवाही से यह घटना हुई है। इस घटना को लेकर मनपा प्रशासन द्वारा जल्द बीओटी तत्व पर इसका ठेका लिए ठेकेदार प्रकाश डेवलपर, अथर्व तथा सुमित डेवलपर के खिलाफ मामला दर्ज किया जाएगा।
हादसा बुधवार शाम करीब 6.30 बजे के करीब हुआ। हादसे में जान गंवाए महिलाओं की पहचान स्वाति अमोल खैरनार उम्र 37, निवासी धामणगांव तथा रेखा हरिभाऊ गायकवाड उम्र 60, निवासी हडको एन- 11, टीवी सेंटर के रुप में की गई है। इस हादसे में गंभीर रूप से घायल युवक की पहचान शेख अखिल शेख रहीम (27, निवासी पडेगांव) के रुप में की गई है, और उसका घाटी अस्पताल में इलाज चल रहा है।
चार बच्चों को मामूली चोटें
साथ ही एक पुरुष सहित चार बच्चों को मामूली चोटें आई हैं। हालांकि, उनके माता-पिता उन्हें तुरंत ले गए और उनकी पहचान की पुष्टि अभी तक नहीं हुई है। जैसे ही यह हादसा हुआ, घटनास्थल पर मौजूद नागरिक और सिद्धार्थ गार्डन के कर्मचारी तुरंत मदद के लिए दौड़े।
घटना के बाद मलबे के नीचे फंसे तीन लोगों को बाहर निकाला गया, जो गंभीर रुप से घायल हुए थे, उन्हें तत्काल इलाज के लिए सरकारी घाटी अस्पताल में भर्ती कराया गया। हालांकि, डॉक्टरों ने इलाज शुरू होने से पहले ही दो महिलाओं को मृत घोषित कर दिया। इस हादसे के बाद आगामी 7 दिनों तक सिद्धार्थ गार्डन बंद रखने का निर्णय मनपा प्रशासन ने लिया है।
मनपा आयुक्त ने माना ठेकेदार की लापरवाही से हुई दुर्घटना
उधर, मनपा आयुक्त श्रीकांत, पुलिस आयुक्त प्रवीण पवार ने घटनास्थल का दौरा कर प्रवेश द्वार पर हुई घटना की प्राथमिक जानकारी ली। श्रीकांत ने बताया कि कुछ साल पूर्व प्रवेश द्वार का निर्माण व परिसर को विकसित करने का बीओटी तत्व पर ठेका दिया गया है। हमरी जांच करने पर यह बात साफ हो चुकी है कि ठेकेदार की लापरवाही से यह घटना हुई है। कुछ माह पूर्व ही मनपा प्रशासन द्वारा ठेकेदार को सिद्धार्थ गार्डन के प्रवेश द्वार के खस्ताहाल पर आगाह कर तत्काल मरम्मत करने के आदेश दिए गए थे। मनपा के इस आदेश को ठेकेदार ने अनदेखी करने से यह घटना हुई है। ठेकेदार को रेगुलर उसका मेंटेनन्स करना चाहिए था। श्रीकांत ने बताया कि इस घटना के बाद प्रशासन ने इस हादसे की अपने स्तर पर जांच करने का निर्णय लिया है।
मरने वाले महिला के परिवार को 5 लाख की मदद
आयुक्त श्रीकांत ने इस हादसे में मारे गए परिवार वालों के प्रति संवेदनाएं व्यक्त कर गहरा दुख जताया है। हादसे में जिन महिलाओं ने जान गंवाई है, उनके परिवार को 5 लाख रुपए की मदद देने का निर्णय मनपा प्रशासन ने लिया है। मनपा आयुक्त ने बताया कि इस घटना के बाद मैंने पालकमंत्री से चर्चा कर महिला परिवार वालों को आर्थिक मदद करने का निर्णय लिया है।
महिला के परिवार ने मनपा पर जताया गुस्सा
इधर, इस हादसे में मारी गई रेखा गायकवाड के बेटे प्रीतम गायकवाड ने इस घटना के लिए मनपा प्रशासन को जिम्मेदार ठहराते हुए घटना के तीन घंटे बाद भी मनपा का कोई अधिकारी घाटी अस्पताल न पहुंचने को लेकर कड़ी नाराजगी जतायी।