गोंडपिपरी. तहसील में लगातार हो रही बरसात और बांध का पानी छोडे जाने की वजह से वर्धा नदी और नाले ओवरफ्लो होकर बह रहे है. ऐसे में करंजी गांव से अंतिम यात्रा में शामिल होने वालों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. एक युवक का शव अंत्योष्टि के लिए ले जाने के लिए ग्रामीणों को घुटने भर पानी से गुजरना पडा है.
गोंडपिपरी तहसील का करंजी एक बडा गांव है. किंतु गांव में अनेक समस्याएं है इस ओर ग्रापं समेत गांव के अगुवा अनदेखी किए है. इस बीच मंगलवार को रवि आत्राम नामक युवक की मृत्यु हो गई. उसकी अंत्योष्टि के लिए उसका शव श्मशान भूमि ले जाया जा रहा था. रास्ते में अमराई नाला है नाले से पानी बह रहा था यह देखकर अंत्योष्टि ले जा रहे लोगों ने घुटने भर पानी से गुजरकर शव के साथ बाहर निकले. 5000 जनसंख्या वाले इस गांव में श्मशान भूमि का काम हो चुका है किंतु वहां पहुंचने वाले मार्ग का डामरीकरण चंद समय में उखड गया है. उसी प्रकार मार्ग के पुल का निर्माण न होने की वजह से बरसात के दिनों में किसी की मौत होने पर इस प्रकार नाले के पानी से गुजरना पडता है. इसलिए तत्काल नाले पर पुल निर्माण की मांग की जा रही है.
इस नाले के पुल का निर्माणकार्य होना चाहिए इसके लिए ग्राम पंचायत ने बारंबार पत्राचार किया. निर्माणकार्य के लिए लगभग एक करोड रुपए का खर्च अनुमानित है इसलिए कुछ लोगों का तर्क है कि एक गांव को इतना अधिक राशि दी तो? ऐसा कहकर जनप्रतिनिधि मुंह मोड रहे है.
मंगलवार को कांग्रेस की गौरव पदयात्रा तालुका के करंजी गांव से शुरू हुई. पूर्व मंत्री विजय वडेट्टीवार, विधायक सुभाष धोटे और प्रतिभा धनोरकर ऐसे तीन विधायक शामिल थे. कई दिनों के बाद राजुरा के विधायक धोटे ने करंजी में पैर रखा हालांकि, गांव में लगातार बारिश के कारण, कई घर गिरे ऐसे लोगों के सामने शाम को कहां ठहरें? यह सवाल था. इसके बावजूद जनप्रतिनिधियों ने उनकी ओर कोई ध्यान नहीं दिया महज कांग्रेस के गौरव पदयात्रा निकाल वहां से चलते बने. इससे ग्रामीणों में नाराजगी है.