समृद्धि महामार्ग (फाइल फोटो)
Maharashtra Samruddhi Mahamarg: महाराष्ट्र राज्य सड़क विकास महामंडल ने पिछले साल जारी किए गए तीन और महामार्ग परियोजनाओं के टेंडर रद्द करने का फैसला किया है। इनमें नागपुर से चंद्रपूर, नागपुर से गोंदिया और भंडारा से गड़चिरोली तक के तीन महामार्ग शामिल हैं। इन परियोजनाओं के लिए भूमि अधिग्रहण अभी तक पूरा नहीं हुआ है, इसलिए टेंडर रद्द कर फिर से जारी किए जाएंगे।
समृद्धि महामार्ग का विस्तार भंडारा, गोंदिया, चंद्रपूर और गड़चिरोली तक करने की योजना एमएसआरडीसी की है। इसके अनुसार नागपुर से चंद्रपूर तक समृद्धि महामार्ग की तरह प्रवेश नियंत्रित महामार्ग बनाया जाएगा। इन परियोजनाओं के लिए एमएसआरडीसी ने पिछले साल टेंडर निकाले थे।
जिनमें नागपुर-चंद्रपूर महामार्ग की आर्थिक टेंडर इस साल जनवरी में खोली गई थीं। नागपुर से चंद्रपूर परियोजना की टेंडर 27 प्रतिशत अधिक दर पर, जबकि नागपुर-गोंदिया परियोजना की टेंडर 40 प्रतिशत से अधिक दर पर आई थीं। इन टेंडरों के अधिक दर पर आने के कारण इन पर आलोचना भी हुई थी।
संबंधित अधिकारियों ने जानकारी दी है कि नागपुर-गोंदिया और भंडारा-गड़चिरोली इन महामार्गों की संयुक्त मोजमाप का काम 100 प्रतिशत पूरा हो चुका है। इसलिए अब भूमि अधिग्रहण करके परियोजना का कार्य शुरू करना संभव होगा। भूमि अधिग्रहण का खर्च कर्ज लेकर पूरा किया जाएगा। लेकिन कर्ज के मुद्दे और भूमि अधिग्रहण में रुकावट के कारण, इन परियोजनाओं के टेंडर खुलने के बावजूद काम शुरू नहीं हो पाया था। परिणामस्वरूप, इन परियोजनाओं के काम के लिए कंपनियों को कार्यादेश नहीं दिए गए थे।
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अधिकारियों ने बताया कि नागपुर से चंद्रपूर महामार्ग के मार्ग में बदलाव किया गया है। चंद्रपूर में स्थित व्याघ्र परियोजना के प्रभाव क्षेत्र तथा कोलफील्ड परियोजना के कारण इस मार्ग में बदलाव करने का निर्णय लिया गया है।