Chandrapur News: मध्य रेल नागपुर मंडल के अंतर्गत आने वाले चंद्रपुर जिले के बल्लारशाह रेलवे स्टेशन पर रेलवे सुरक्षा बल (RPF) की त्वरित कार्रवाई ने दो नाबालिग बालिकाओं का भविष्य सुरक्षित कर दिया है। यह सफल ऑपरेशन आरपीएफ की विशेष पहल, “ऑपरेशन अमानत” के तहत संपन्न किया गया।
आरपीएफ पोस्ट बल्लारशाह ने यह कार्रवाई 15 अक्टूबर 2025 को सुबह के समय शुरू की। मंडल सुरक्षा नियंत्रण कक्ष, नागपुर से एक महत्वपूर्ण सूचना प्राप्त हुई थी। सूचना में बताया गया था कि ट्रेन संख्या 20625 एक्सप्रेस के पीछे वाले सामान्य कोच में दो नाबालिग बालिकाएं अपने परिजनों को सूचित किए बिना यात्रा कर रही हैं।
बल्लारशाह स्टेशन पर RPF ने ली ट्रेन की तलाशी
इस संवेदनशील सूचना को गंभीरता से लेते हुए, आरपीएफ पोस्ट बल्लारशाह के प्रभारी निरीक्षक वी. बी. वाघमारे ने अपनी टीम को तुरंत कार्रवाई के लिए निर्देशित किया। निर्धारित समय पर जैसे ही ट्रेन बल्लारशाह स्टेशन पहुंची, मुख्य आरक्षक पवन कुमार ने मोर्चा संभाला। उन्होंने चाइल्ड लाइन बल्लारशाह की महिला सुपरवाइजर त्रिवेणी हाडके के साथ मिलकर संबंधित कोच का गहन निरीक्षण किया।
घर में बिना बताए निकली थी नाबालिग
जांच के दौरान, टीम को दोनों नाबालिग बालिकाएं बिना किसी परिजन या वयस्क के अकेली बैठी मिलीं। चाइल्ड लाइन की प्रतिनिधि द्वारा उनसे सहानुभूति पूर्वक पूछताछ की गई। पूछताछ में यह चौंकाने वाली जानकारी सामने आई कि वे दोनों लड़कियां अपने घर से बिना बताए बाहर काम की तलाश में निकली थीं। यह स्पष्ट होते ही कि वे असुरक्षित स्थिति में हैं, आरपीएफ टीम ने तुरंत दोनों बालिकाओं की सुरक्षा सुनिश्चित की।
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आरपीएफ द्वारा त्वरित कार्रवाई करते हुए, दोनों बालिकाओं का आवश्यक चिकित्सीय परीक्षण कराया गया। चिकित्सीय परीक्षण के बाद, सभी विधिक प्रक्रियाओं को पूरा किया गया। इसके बाद, दोनों नाबालिगों को चाइल्ड लाइन बल्लारशाह के संरक्षण और देखरेख में सौंप दिया गया।
आरपीएफ ने इसके साथ ही दोनों बालिकाओं के परिजनों को घटना की सूचना दी और आगे की आवश्यक कार्रवाई शुरू कर दी गई है। इस सफल बचाव अभियान ने एक बार फिर आरपीएफ की सतर्कता और रेल यात्रियों, विशेषकर नाबालिगों की सुरक्षा के प्रति उनकी प्रतिबद्धता को उजागर किया है।