मेरी हार वोटों में धांधली के कारण हुई (सौजन्यः सोशल मीडिया)
Chandrapur News: वरिष्ठ कांग्रेस नेता और विपक्ष के नेता राहुल गांधी द्वारा राजुरा विधानसभा क्षेत्र में वोटों में धांधली का मुद्दा उठाए जाने के बाद राजनीतिक माहौल गरमा गया है। आज, 28 सितंबर को कांग्रेस जिला अध्यक्ष और पूर्व विधायक सुभाष धोटे ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में वोटों में धांधली मामले में चुनाव आयोग के कार्य पर सवाल उठाए। पूर्व विधायक सुभाष धोटे ने सनसनीखेज आरोप लगाया कि मेरी हार भी वोटों में धांधली के कारण हुई, जिससे विधानसभा क्षेत्र में राजनीतिक माहौल गरमा गया है।
धोटे ने कहा किक राजुरा विधानसभा क्षेत्र में वोटों में धांधली के मामले में 6861 नाम मतदाता सूची से हटा दिए गए हैं, लेकिन वोटों में धांधली के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई है। अकेले राजुरा शहर में कुल 3195 फर्जी मतदाता पंजीकरण किए गए हैं, जबकि गडचांदूर 1122, कोरपना 662, लखमापुर 407, जिवती 135, नांदा 383, बखरदी 79 जैसे निर्वाचन क्षेत्र के कई छोटे बूथों पर फर्जी मतदाता पंजीकरण किए गए हैं। यह चौंकाने वाला है। इसके पीछे असली मास्टरमाइंड कौन है? क्या इसमें कोई राजनीतिक दल शामिल है? 11 महीने बाद भी कोई कार्रवाई क्यों नहीं की जा रही है? कई सवाल अनुत्तरित हैं।
पूर्व विधायक सुभाष धोटे ने आरोप लगाया कि चुनाव आयोग दमन की नीति अपना रहा है।साथ ही, 2024 के विधानसभा आम चुनाव में 61 लाख रुपये की नकदी और प्रचार सामग्री जब्त की गई। इस संबंध में मामला दर्ज होने के बावजूद, आज तक संबंधित उम्मीदवार के खिलाफ कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई है। पत्र परिषद में धोटे ने कहा कि बेमौसम बारिश और अतिवृष्टि प्रभावित जिले के किसानों को भी मुआवजा मिलना चाहिए, जिले में खाद की कृत्रिम किल्लत निर्माण की गई है। बल्लारपुर, मुल, पोंभूर्णा में अधिकम खाद आपूर्ति किया गया है।
सोनियानगर, इंदिरनगर,रमानगर में आवास योजना के बारे में उन्होने कहा कि सम्पूर्ण मंजूरी प्रक्रिया के बाद भी विधायक पट्टे दिलाने के नाम पर लोगों से दस्तावेज एकत्रित करा रहे है। राजुरा, गडचांदूर शहर में बिना अनुमति के बैनर, पोस्टर लगाये जा रहे है। शिकायत करने के बाद भी कोई कार्रवाही नहीं हो रही है, गणेश विसर्जन के दौरान डीजे बजाने को लेकर 7 गणेश मंडलों पर मामलो दर्ज किए गए जबकि निर्धारित अवधि के उपरांत भी विधायक स्वयं डीजे पर थिरके थे। सडक हादसे मृतकों को मुआवजा दिलाने के नाम पर श्रेय लुटने का काम विधायक ने किया। परिजनों को घंटों भाजपा कार्यालय में बिठाया रखा गया। जिवती के किसानों की भूमि को वन क्षेत्र से हटाने के लिए तत्कालिन राजस्वमंत्री थोरात के कार्यकाल में निर्णय हुआ है।
विधायक धोटे ने आरोप लगाया कि एक ओर जहां जनता के सवालों और सरकार-प्रशासन की कार्यप्रणाली को नजरअंदाज किया जा रहा है, वहीं दूसरी ओर नागरिकों में इस बात को लेकर गहरी नाराजगी है कि विधायक केवल अपनी साख बचाने के लिए काम कर रहे हैं।
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इस अवसर पर राजुरा विधानसभा कांग्रेस समन्वयक पूर्व नगराध्यक्ष अरुण धोटे, तालुका अध्यक्ष रंजन लांडे, उप नगराध्यक्ष सुनील देशपांडे, विधानसभा अध्यक्ष विकास देवालकर, महिला कांग्रेस तालुका अध्यक्ष निर्मला कुडमेथे, पूर्व नगरसेवक प्रभाकर येरने, हरजीत सिंह संधू, गजानन भटारकर, सूरज ठाकरे, चंद्रशेखर चांदेकर, भूषण बनकर, धनराज चिंचोलकर, महादेव ब्राह्मणे सहित अन्य कांग्रेस पदाधिकारी उपस्थित थे।