कार्यक्रम में मौजूद सीएम देवेंद्र फडणवीस (सोर्स: एक्स@CMOMaharashtra)
Chandrapur Bhagwat Katha News: लगभग 800 वर्ष पूर्व, संत ज्ञानेश्वर माऊली ने समस्त विश्व के कल्याण हेतु ईश्वर से आशीर्वाद मांगा था। मानव और पशु, दोनों के लिए उनके साथ रहने का विचार हमारे संतों द्वारा प्रस्तुत किया गया है। भागवत सप्ताह के अवसर पर संतों द्वारा बताए गए दिव्य दृष्टांतों से हमारा जीवन समृद्ध होता है और हमारी आध्यात्मिक परंपरा सदैव बनी रहती है। सनातन संस्कृति, संपूर्ण विश्व में प्राचीन हिंदू संस्कृति है। यह बात राज्य के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने चंद्रपुर जिले के चिमूर में भांगड़िया परिवार द्वारा आयोजित भागवत सप्ताह के अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में कही।
आयोजित भागवत सप्ताह के समापन समारोह में आदिवासी विकास विभाग मंत्री और चंद्रपुर जिले के पालकमंत्री प्रो. अशोक उइके, पूर्व विधायक मितेश भांगड़िया, विधायक कीर्तिकुमार(बंटी) भांगड़िया, भागवत कथावाचक संत राजारामजी महाराज, संत कृपारामजी महाराज, विधायक किशोर जोरगेवार, विधायक करण देवताले, जिलाधीश विनय गौड़ा, मुख्य कार्यकारी अधिकारी पुलकित सिंह, जिला मध्यवर्ती सहकारी बैंक के अध्यक्ष रवींद्र शिंदे और निदेशक मंडल के साथ-साथ विभिन्न विभागों के अधिकारी, चिमूर नपा की मुख्य अधिकारी अर्चना वंजारी, उद्यमी श्रीकांत भांगड़िया और कई गणमान्य लोग उपस्थित थे।
इदं भागवतं नाम पुराणं ब्रह्मसम्मितम् ।
उत्तमश्लोकचरितं चकार भगवानृषिः ।।🔸CM Devendra Fadnavis at the ‘Shrimad Bhagavad Katha Mahotsav’.
Minister Dr Ashok Uike, MLA Kirtikumar (Bunty) Bhangdiya, MLA Kishor Jorgewar, MLA Karan Deotale and other dignitaries were present.… pic.twitter.com/JAmPi7lAsN— CMO Maharashtra (@CMOMaharashtra) August 24, 2025
मुख्यमंत्री फडणवीस ने कहा कि, केवल पुण्यात्माओं को ही भागवत श्रवण करने का अवसर मिलता है। भागवत हमारी आध्यात्मिक परंपरा को समृद्ध करती है। प्राचीन संस्कृति जो दुनिया के सामने उजागर हुई है। वह एकरूप संस्कृति सनातन हिंदू संस्कृति है। मैं महाराष्ट्र के लोगों की ओर से भांगड़िया परिवार द्वारा आयोजित भागवत सप्ताह के अवसर पर चिमूर में आए संतों का स्वागत करता हूं।
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इस अवसर पर सीएम ने कहा कि मैं भांगड़िया परिवार को भी इस भागवत कथा का श्रवण करने का लाभ देने के लिए धन्यवाद देता हूं। साथ ही, ईश्वर से प्रार्थना करता हूं कि उनकी भागवत सेवा निरन्तर जारी रहे। आयोजित भागवत कार्यक्रम में राज्य भर के साथ-साथ नागपुर, चंद्रपुर और गड़चिरोली जिलों से भी बड़ी संख्या में श्रद्धालु और नागरिक उपस्थित थे।