चंद्रपुर जिला परिषद (सोर्स: सोशल मीडिया)
Chandrapur Disabled Employees Suspension: महाराष्ट्र सरकार के दिव्यांग विभाग के प्रधान सचिव तुकाराम मुंडे के निर्देश पर चंद्रपुर जिला परिषद में दिव्यांग कर्मचारियों के प्रमाणपत्रों की जांच का अभियान शुरू किया गया है। इसी क्रम में जिला परिषद प्रशासन ने बड़ी कार्रवाई करते हुए 12 कर्मचारियों को निलंबित कर दिया है। यह कार्रवाई सोमवार, 8 दिसंबर को मुख्य कार्यपालन अधिकारी पुलकित सिंह के आदेश पर की गई।
जांच प्रक्रिया के तहत सभी कर्मचारियों को समय पर अपने UDID (यूनिवर्सल आइडेंटिटी कार्ड) जमा करने के निर्देश दिए गए थे, लेकिन मौका दिए जाने के बावजूद 12 कर्मचारी निर्धारित समय तक प्रमाणपत्र जमा नहीं कर पाए। जिला परिषद के अनुसार, इनमें पंचायत समिति के कुछ कर्मचारी, दस शिक्षक और दो कनिष्ठ अभियंता शामिल हैं।
इस कार्रवाई ने जिला परिषद के विभिन्न विभागों में कार्यरत कर्मचारियों में खलबली मचा दी है। अधिकारियों के अनुसार, यह कदम उन कर्मचारियों पर नकेल कसने के लिए उठाया गया है, जिन्होंने कथित तौर पर फर्जी दिव्यांग प्रमाणपत्रों के आधार पर नौकरी प्राप्त की या दिव्यांग कोटे का लाभ लिया। जांच टीम ने संबंधित दस्तावेजों को सत्यापित करने की प्रक्रिया को तेज कर दिया है, जिससे अन्य विभागों में भी कार्रवाई की संभावना बढ़ गई है।
गौरतलब है कि राज्यभर में दिव्यांग कर्मचारियों की सेवा रिकॉर्ड और प्रमाणपत्रों की व्यापक जांच के आदेश पहले ही जारी किए जा चुके हैं। इसी के तहत चंद्रपुर जिला परिषद में शुरू हुई कार्रवाई के बाद फर्जी प्रमाणपत्रों के सहारे नौकरी करने वाले कर्मचारियों में हड़कंप का माहौल है।
यह भी पढ़ें:- 85 साल के हुए शरद पवार, PM मोदी-CM फडणवीस, राहुल गांधी समेत इन दिग्गजों ने दी शुभकामनाएं
जिला परिषद प्रशासन ने निलंबित कर्मचारियों की विस्तृत सूची अब तक सार्वजनिक नहीं की है, लेकिन यह स्पष्ट कर दिया गया है कि जांच के दायरे में आने वाले सभी कर्मचारियों को मान्य प्रमाणपत्र प्रस्तुत करना अनिवार्य होगा। प्रशासन का कहना है कि यह कार्रवाई भविष्य में किसी भी तरह की अनियमितता रोकने के लिए महत्वपूर्ण कदम है।
जिला परिषद के तहत काम करने वाले क्लास-3 और क्लास-4 के दिव्यांग कर्मचारियों के प्रमाणपत्रों के लिए वेरिफिकेशन शिविर चलाया गया था। 3 और 4 नवंबर 2025 को हुए इस खास शिविर में कुल 244 कर्मचारियों में से 206 कर्मचारियों ने शामिल होकर अपने प्रमाणपत्रों का वेरिफिकेशन पूरा किया। इस बीच, 38 कर्मचारियों के गैरहाजिर रहने से अब ये कर्मचारी शक के दायरे में हैं। इन कर्मचारियों को एक बार फिर अपने प्रमाणपत्र वेरिफिकेशन के लिए अवसर दिया गया है।
चंद्रपुर जिला परिषद के अलग-अलग विभागों में काम करने वाले दिव्यांग अधिकारियों और कर्मचारियों का निरीक्षण किया गया। इसमें अधिकारियों और कर्मचारियों के UDID (वैश्विक) प्रमाणपत्र जमा करने के निर्देश दिए गए। जिला परिषद में 254 दिव्यांग कर्मचारी हैं। इनमें से 169 दिव्यांग कर्मचारियों ने UDID जमा किया। 85 कर्मचारियों ने UDID जमा नहीं किया। लेकिन, इनमें से 73 कर्मचारियों ने UDI के लिए अप्लाई किया था। इनमें से दो आवेदन निरस्त कर दिए गए। तीन कर्मचारियों में 40 परसेंट से कम दिव्यांगता पाई गई।